*ज़िले के ग्रामीण अंचलों में बेदम हो रही विद्युत की अघोषित कटौती, ग्रामीण हलाकान*
*(बरसाती कीट पतंगों व भौतिक सुख सुविधाओं पर पड़ रहा खलल)*
*बेमेतरा:-* प्रदेश सरकार के सरप्लस विद्युत सेवा के बीच ज़िले के ग्रामीण इलाकों को आज भी बिजली गुल की समस्या से निजात नही मिल पाई है।जिसमें जानकारी के मुताबिक सैकड़ो गाँवो में बिजली का समय बेसमय चले जाना आम बात बन चुका है।जिससे ज़िले के ग्रामीण रहवासी काफी त्रस्त रहते है।जबकि बरसात लगने के बाद कई तरह की परेशानियों से ग्रामजनों को अवगत होना पड़ता है,जिसमें सबसे बड़ा समस्या भौतिक सुख-सुविधाओं में बाधा बनने का है। वही बरसात लगते ही कीट-पतंगों का प्रकोप व गतिविधि बढ़ जाती है, जो बिजली के न होने से प्रकाश के अभाव में आम लोगो के लिए नुकसानदेह व जानलेवा साबित होता है।घरों में कूलर-पंखा बन्द होने से लोगों के रहन सहन पर काफी फर्क पड़ता है।आलम यह है कि कई गांवों में बारिश के शुरू होते ही बिजली चली जाती है जो देर रात तक या रातभर गुल रहती है। वही देखा जाए, तो ग्रामीण इलाकों में हल्की सी आंधी या हवा आने पर भी विद्युत सेवा की सप्लाई रोक दी जाती है।जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि प्रदेश में सरप्लस बिजली की सेवा की बात की जाती है।वही ग्रामीण इलाकों की ऐसी स्थिति हक़ीकत कुछ और बयां करती है।