शहर में बन रहा मौत का सामान

0 मिठी सोफ- सुपारी का लायसेंस, बना रहे जर्दायुक्त गुटखा
0 शहर में तीन बड़ी और दर्जनों छोटी फैक्ट्री हो रही संचालित
0 शहर के बीच चल रही छोटी फैक्ट्री
राजनांदगांव / जिलेभर में जर्दायुक्त गुटखा पाऊच का कारोबार बड़े जोरशोर से चल रहा है. जिस पर प्रशासन को लगाम कसनी चाहिए , लेकिन उसे श्रेय देने में दिखाई दे रही है. छोटे से छोटे गांव में भी जर्दायुक्त गुटखा की बिक्री खुलेआम की जा रही है. जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बूरा असर पड़ रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर सहित जिलेभर में अवैध जर्दायुक्त गुटखा का कारोबार बेधड़ चल रहा है. जिसका संचालन राजनांदगांव के अलावा दुर्ग, भिलाई और नागपुर से हो रहा है. राजनांदगांव शहर में तीन बड़ी फैक्ट्री जर्दायुक्त गुटखा बना रही है, तो वहीं शहर में दर्जनों छोटी फैक्ट्रियां संचालित हो रही है. जिसका लायसेंस मिठी सोफ- सुपारी बनाने के नाम से लिया गया है और उसकी आढ़ में जर्दायुक्त गुटखा पाऊस बनाया जा रहा है. शहर में संचालित हो रही फैक्ट्रीसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के मध्य सहित आउटर के वार्डों में मिठी सोफ- सुपारी के नाम से लायसेंस लेकर जर्दायुक्त गुटखा पाऊच बनाया जा रहा है. जिसमें आसपास के नाबालिग बच्चों को रखकर काम कराया जा रहा है. बताया तो यह भी जा रहा है कि सुपारी और जर्दा नागपुर से आ रहा है यहां सिर्फ पैकिंग का काम किया जा रहा है.भिलाई और नागपुर से हो रही बड़ी सप्लाई मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग- भिलाई और नागपुर से जर्दायुक्त गुटखा की बड़ी सप्लाई की जा रही है. शहर के मध्य रेल्वे स्टेशन के पास और उदयाचल सहित ब्राम्हण पारा में उक्त व्यापारियों के बड़े- बड़े गोदाम है. जहां से जर्दायुक्त गुटखा की सप्लाई की जा रही है. पुलिस ने पहले कुछ जर्दायुक्त गुटखा बेचने वालों पर कार्यवाही की थी. लेकिन अब कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. जर्दायुक्त गुटखा के कारोबार को राजनीतिक संरक्षण सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर सहित जिलेभर में जर्दायुक्त गुटखा के कारोबार से जुड़े लोग राजनीतिक सरंक्षण में काम करते नजर आ रहे है. मिली जानकारी के अनुसार शहर के एक बड़ी व्यापारी को सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता का सरंक्षण मिला हुआ है. जिसके चलते वे बेधड़ इस कारोबार को अंजाम दे रहा है. जबकि छत्तीसगढ़ में जर्दायुक्त गुटखा पर पूरी तरह से बैन लगा हुआ है.