पंजाब में कांग्रेस का मतलब ‘कैप्टन’, सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताई अपनी अहमियत

चंडीगढ़. पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में छिड़ा दंगल अभी खत्म नहीं हुआ है. कांग्रेस की केंद्रीय कमेटी के सामने अपनी बात कहने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार को वापस चंडीगढ़ लौट गए. कैप्टन अमरिंदर सिंह के चंडीगढ़ लौटते ही सीएम के ओएसडी अंकित बंसल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर आलाकमान को याद दिलाया कि “ये वही आलाकमान है जिसने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पिछले कुछ सालों में कम करके आंका था और इसी वजह से पंजाब में पार्टी सत्ता से करीब 10 साल दूर रही थी. पंजाब में कैप्टन ने ही कांग्रेस को रिवाइव किया और पंजाब में कांग्रेस का मतलब सिर्फ कैप्टन अमरिंदर सिंह है और जो लोग सपने ले रहे हैं उन्हें फिर एक बार धूल चाटनी पड़ेगी और हम कैप्टन के साथ हैं.”
कैप्टन अमरिंदर सिंह के OSD के सोशल मीडिया पर लिखे इस पोस्ट को इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौतम सेठ ने शिकायत के तौर पर के सी वेणुगोपाल के पास पहुंचा दिया है और उन्होंने कैप्टन समर्थकों को याद दिलाया है कि विचारों को लेकर मतभेद हो सकता है लेकिन कांग्रेस में प्रचलन नहीं है कि आलाकमान पर ही सवाल खड़े कर दिए जाएं और कैप्टन समर्थकों और उनके OSD को भी इस तरह की पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि के सी वेणुगोपाल इस पूरे मामले में संज्ञान लेंगे.
आखिरकार कौन है पंजाब का असली कैप्टन
जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी की ओर से सबकुछ ठीक कराने के लिए एक कमेटी बनाई गई, जहां हर किसी ने अपनी बात रखी. लेकिन इस बीच भी नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से बयानबाज़ी जारी रही. नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से ये सारी कोशिशें सिर्फ इसलिए की जा रही हैं, क्योंकि अब वो पंजाब के कैप्टन बनना चाहते हैं.