चरवाहे से ज्यादा आमदनी है गोबर संग्रहण कर उसे बेचने में-

चरवाहे से ज्यादा आमदनी है गोबर संग्रहण कर उसे बेचने में-
गोधन न्याय योजना का महत्व बताया फूलमती यादव ने,
जांजगीर-चांपा 19 जून मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार 18 जून को नैला स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास के वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना की हितग्राही ग्राम बछौद की श्रीमती फूलमती यादव से चर्चा की। श्रीमती यादव ने बताया कि उन्होंने अब तक 91 हज़ार रुपए से अधिक का गोबर बेचा है। इस पैसे से उन्होंने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और घर की मरम्मत करवाई है। उन्हें उम्मीद भी नहीं थी कि दूध से ज्यादा गोबर से आमदनी हो सकती है। उसके पति गांव के गौठान में चरवाहा का काम करते हैं। चरवाहा से भी अधिक आमदनी गोबर बेचने से हो रही है।
मुख्यमंत्री ने फूलमती यादव को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बच्चों के अध्ययन-अध्यापन पर विशेष रूचि ले । साथ ही गांव के अन्य लोगों को भी गोबर बेचने के लिए प्रेरित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में आम सहमति बनाकर खेती किसानी के समय में पशुओं को खुला ना छोड़ने के लिए निर्णय लें। जिससे फसल सुरक्षित रहे और गोबर एकत्रित करने वालों को रोजगार भी मिले।