केशकाल: तीन वर्षों से भटक रहे अग्नि सुरक्षा प्रहरी, नही मिला अब तक मजदूरी भुगतान

कोंडागांव/केशकाल। वनमंण्डल केशकाल के वन परिक्षेत्र केशकाल में विगत तीन वर्ष पहले अग्नि सुरक्षा प्रहरी का काम करने वाले 26 मजदूरों को अभी तक मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है। गरीब मेहनतकश मजदूर अपनी मजदूरी के लिए वन अधिकारियों का चक्कर काट काटकर हताश निराश हो चुके हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 2018 में अग्निसुरक्षा का कार्य करने 26 मजदूरों को दैनिक मजदूरी में रखा गया था। 01 अप्रेल 2018 से 30 अप्रेल 2018 तक 26 मजदूरों ने काम किया था। जिनका मजदूरी 8100 रुपये था। मजदूरी भुगतान करने बकायदा प्रमांणक बना लिया गया था और मजदूरों का बैंक खाता दर्शाते वनपरिक्षेत्र अधिकारी द्वारा उप वनमंण्डलाधिकारी के समक्ष पेश भी किया जा चुका था। फिर भी उनकी मजदूरी उनके खाते में ट्रांसफर नहीं किया गया। इस संदर्भ में वर्तमान प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश नाग से जानकारी लिया गया तो उनका कहना है कि एलाटमेंट न आने से मजदूरी भुगतान नहीं हो पाया है।
इस बारे में वन विभाग के बारे में अच्छी जानकारी रखने वाले सेवानिवृत्त वन परिक्षेत्र अधिकारी का कहना था कि विभाग से एलाटमेंट न आने से समिति खाते से वन सुरक्षा कार्य करने वाले मजदूरों का मजदूरी भुगतान किया जा सकता था तत्कालीन विभागीय अधिकारियों ने मजदूरों की मजदूरी भुगतान के लिए ऐसा क्यों नहीं किया यह तो वो ही जान सकते हैं।
केशकाल के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णदत्त उपाध्याय ने वनमंडल के वनमंण्डलाधिकारी से लेकर मुख्य वन संरक्षक तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक को भी मजदूरों को मजदूरी न मिलने की समस्या से अवगत कराते हुए मजदूरी भुगतान कराने का निवेदन किया है। जिस पर वनमंण्डलाधिकारी बी.एस. ठाकुर ने मजदूरी भुगतान न हो पाने की जानकारी लेकर यथाशीघ्र मजदूरों को मजदूरी दिलाने का दिलासा दिया है। देखना है 2018 से मजदूरी के लिए भटकते मजदूरों को कब तक मजदूरी भुगतान हो पाता है।