बीएसपी ने इनवॉइस और टेस्ट सर्टिफिकेट में डिजिटल सिग्नेचर सिस्टम किया लागू

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र भारत सरकार की डिजिटल पहल के अनुरूप सुरक्षा में सुधार और डिजिटलीकरण को बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल कर रहा है। वाणिज्यिक वाहनों के लिए वाहन ट्रैकिंग सिस्टम और बिक्री सामग्री परिवहन वाहनों के लिए टेस्ट सर्टिफिकेट और एरिया पास सिस्टम के क्षेत्रों में दो परियोजनाओं को पूरा करने के बाद, संयंत्र ने अब चालान में डिजिटल हस्ताक्षर सिस्टम लागू किया है। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन गत 5 जुलाई को भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा कार्यपालक निदेशकों, मुख्य महाप्रबंधकों, कमांडेंट सीआईएसएफ और संबंधित विभागों तथा सीआईएसएफ के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।
भिलाई इस्पात संयंत्र ने सैप सिस्टम के साथ एकीकृत हार्डवेयर सुरक्षा मॉड्यूल (एचएसएम) में हस्ताक्षर को स्टोर करने के लिए एक विशेष हार्डवेयर का उपयोग करके चालान और परीक्षण प्रमाण पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर की परियोजना को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया है। यह सेल की सभी इकाइयों में अपनी तरह की पहली परियोजना है जहां डोंगल-आधारित हस्ताक्षर के स्थान पर दस्तावेजों में डिजिटल हस्ताक्षर हेतु एचएसएम सर्वर में संग्रहीत डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग किया जा रहा है।
मुख्य महाप्रबंधक सी एंड आईटी पी के झा ने संयंत्र को होने वाले लाभों पर प्रकाश डालते हुए परियोजना का संक्षिप्त विवरण दिया। इस परियोजना पर एक प्रस्तुतिकरण महाप्रबंधक द्वय सी एंड आईटी समीर गुप्ता और जेपीएस चौहान द्वारा दिया गया। मेसर्स ब्लैकबॉक्स टेक्नोलॉजीज व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के कार्यान्वयन में भागीदार है। सभी परियोजनाओं में सूचना और डेटा सुरक्षा के लिए पर्याप्त सावधानियां सुनिश्चित की गई हैं।