कबीरधाम,बोड़ला (सबका संदेश) – 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में ग्राम बैरख में अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन के द्वारा जागरूकता के लिए संगोष्ठी का कार्यक्रम रखा गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में ग्राम सरपंच श्याम धुर्वे ने कहा कि गांव में सभी अपने अपने बच्चों को नियमित रूप से शाला भेजें । 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी प्रकार का काम ना कराए , आप अपने बच्चों को जिसकी उम्र 14 वर्ष से कम है उन्हें किसी दुकान ,होटल ,फैक्ट्री , खेत में कार्य करने के लिए दबाव न डालें बल्कि उन बच्चों को पूर्ण स्वतंत्रता मिलनी चाहिए । बच्चो की बचपना को बर्बाद ना होने देवे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य सोहन यादव ने बताया कि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को श्रम न कराकर उन्हें शिक्षा दिलाने के लिए जागरूक करना है हमारे देश के बाल श्रम व्यापक स्तर पर देखने को मिलता है ।सबसे खास बात बाल श्रम के साथ मजदूरी के लिए बच्चों की तस्करी भी की जाती है । इस मामले पर केंद्र सरकार राज्य सरकार अपने अपने स्तर पर कई प्रकार के कार्य कर रहे हैं ।अमेरिकन इंडिया फाऊंडेशन से सुनील केशरवानी ने कहा वर्ष 1988 में बाल श्रम निषेध और नियमन अधिनियम पारित किया गया ।इस अधिनियम के तहत 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से श्रम कराना गैरकानूनी घोषित किया गया इसके साथ ही भारतीय संविधान अनुच्छेद 23- बच्चों को खतरनाक उद्योग और कारखानों में काम करने की अनुमति नहीं देता है, जब की धारा 45 के अंतर्गत देश के सभी राज्यों को 14 साल से कम उम्र के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना अनिवार्य किया गया है। कार्यक्रम में जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष आजुराम धुर्वे ने भी अपना विचार रखा और कहा कि हमे अपने आसपास ऐसे बच्चे दिखे तो जरुर उन बच्चो की मदद करे और उन्हें शाला तक पहुचाने की जिम्मेदारी उठाए । इस कार्यक्रम में आईएफ संस्था से राम विश्वकर्मा महेंद्र यादव और ग्रामीण जन उपस्थित थे।