छत्तीसगढ़

कोरोना पाजीटीव क्वालिटी इँस्पेक्टर कर रहा क्वालिटी का जाँच Corona positive quality inspector is checking the quality

कोरोना पाजीटीव क्वालिटी इँस्पेक्टर कर रहा क्वालिटी का जाँच
दहशत मे है संपर्क मे आए हुए कर्मचारी
महामारी एक्ट के तहत होनी चाहिए कार्यवाही

 

जांजगीर-चाम्पा जिला के नागरिक आपूर्ति निगम में पदस्थ क्वालिटी इंस्पेक्टर द्वारा घोर लापरवाही बरतने का मामला सामने आया हैं, जिले में पदस्थ प्रणव महेश कुर्रे द्वारा कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सेंटरों में पहुँच कार्य किया हैं,जिससे उन्होंने महामारी एक्ट का उनलघ्न तो किया ही इसके साथ ही संक्रमण फैलाने का भी कार्य किया हैं..
जांजगीर चाम्पा जिला में पदस्थ क्वालिटी इँस्पेक्टर के द्वारा दिनांक 05 अप्रैल को जांजगीर चाम्पा जिले के बैरिस्टर छेदीलाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कोविड का एंटीजेन टेस्ट करवाया गया जिसमें इनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई बावजूद इसके भी उन्होंने सेंटरों में पहुँच CMR लाटों का क़्वालिटी जांच कर पास किया,
बात करे हम यदि आंकड़ों की तो दिनांक 05 अप्रैल से 14 अप्रैल के दौरान उन्होंने तकरीबन 75000 से भी अधिक चाँवल के बोरो की स्वीकृति पास की हैं,जिससे पता चलता हैं कि उन्होंने महामारी एक्ट का उनलंघ्न भी किया हैं,

मालूम हों कि सेंटरों में पदस्थ Q.I एक दिन में अधिकतम 15 लांट ही पास कर सकते हैं,जानकार बताते हैं कि एक लांट की जांच में कम से कम 30 से 45 मिनट लगते हैं,जो कि नियमानुसार भी हैं..

सूत्र बतातें हैं कि दिनांक 05 अप्रैल को श्री कुर्रे कोरोना पॉजिटिव हुए उस दिन भी उबके द्वारा 15 लांट चाँवल की जांच की गई,जिसमें बाराद्वार के सेंटर में 08,नैला सेंटर में 06 व सक्ति के सेंटर में 01 एक ही दिन में एक ही क़्वालिटी इंस्पेक्टर द्वारा तीनों सेंटर में पहुँच विधिवत जांच कर QI की अधिकतम सीमा पर चाँवल को पास किया गया या गरीबों को मिलने वाले इस चाँवल में भी बिना जांच के लापरवाही पूर्वक कार्य कर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं,यह भी एक जांच का विषय हैं..

वही यदि हम आंकड़ों की बात करे तो सूत्र बतातें है कि श्री कुर्रे ने पॉजिटिव होने के बावजूद दिनांक 05 अप्रैल से 14 अप्रैल के मध्य सक्ति सेंटर में 34,बाराद्वार में 40 व नैला सेंटर में 50 इस तरह कुल उन्होंने 124 लांट विधिवत जांच कर पास किये हैं,
अब यहां प्रश्न यह हैं कि सरकारी विभाग में पदस्थ एक अधिकारी/कर्मचारी को जानकारी होने के बावजूद क्या उसे इस तरह की लापरवाही करनी चाहिए,यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है,

वही अब देखने की बात होगी कि लोगो की जान से खिलवाड़ करने वाले इस क़्वालिटी इंस्पेक्टर द्वारा की गई उक्त गंभीर लापरवाही सामने आने के बाद अब विभाग में पदस्थ उच्च अधिकारी या जिला प्रशासन द्वारा श्री कुर्रे पर क्या कार्यवाही करते हैं या इसे भी ठंडे बस्ते में छोड़ देते हैl

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