छत्तीसगढ़

क्या था नवागढ़ वार्ड क्रमांक 15 का मामला, भाजपा जिलामहामंत्री विकासधर दीवान को पार्टी एल.आई.वी सर्वे रिपोर्ट में विधानसभा चुनाव से भाजपा से दूर रहने का स्पष्ट निर्देश था

 

क्या था नवागढ़ वार्ड क्रमांक 15 का मामला

 

भारतीय जनता पार्टी के नेता ताराचंद जांगड़े के द्वारा कहां गया कि नवागढ़ विधानसभा में आये दिन भाजपा में राजनीतिक गरमा रहीं है जो लोग 4-5 साल में भाजपा में आकर नवागढ़ विधानसभा में भाजपा को खत्म कर दिए वो लोग अब अपने आप का बदनामी छुपाने के लिए पूर्व मंत्री डीडी बघेल व मंत्री पुत्र अंजू बघेल के ऊपर आरोप लगा रहें है तो मै स्पष्ट रूप से बता दूं इन पर लगाया गया यह पूरा आरोप तथ्यात्मक व गलत है आरोप का कोई प्रूफ नई है उल्टा पुर्व मंत्री जी के द्वारा सुझाव दिया गया था कि देवादास चतुर्वेदी को वार्ड क्रमांक 01 से चुनाव लड़ाया जाए क्योंकि वार्ड क्रमांक 01 अनुसूचित जाति का आरक्षित सीट है व वार्ड क्रमांक 15 साहु समाज का गढ़ था वहाँ से विनोद साहू के द्वारा लगातार दो बार पार्षद चुनाव जीता गया था और इसके बाद पूर्व मंत्री के द्वारा विनोद साहू को इस वार्ड से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया तो विनोद साहू जी के द्वारा कहा गया कि मेरे चाचा को कांग्रेस से इस वार्ड से टिकट दे दिया गया है उनके खिलाफ मैं चुनाव नई लडूंगा इसके बाद लगातार नवागढ़ विधानसभा में मेरे द्वारा 20 साल से लगातार सतनामी समाज का नेतृत्व किया गया था और भाजपा मंडल महामंत्री,जिला कार्यकारिणी सदस्य व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, सहकारी समिति के सदस्य,व अध्यक्ष के रूप में कार्य किया गया था और हर बार नवागढ़ विधानसभा में भाजपा के कार्यक्रम में नेतृत्व किया जाता था जिसको लेकर मुझे पार्षद चुनाव वार्ड नम्बर 15 से लड़ने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी जी के द्वारा काल किया गया कि तुम्हे भाजपा से टिकट मिल रहा है कर के उसके बाद अचानक भाजपा जिलामहामंत्री के द्वारा देवादास से पैसा लेकर बी फार्म भरवा दिया गया और मेरा टिकट काट दिया गया उसके बाद मेरे द्वारा निर्दलीय चुनाव लड़ा गया और लगभग 90 वोट पाया गया देवादास के द्वारा भाजपा के चुनाव में लगभग 129 वोट पाया गया और कांग्रेस प्रत्याशी के द्वारा लगभग 160 वोट पाया गया उसके बाद पूर्व मंत्री जी पर अपना हार का पिटारा फोड़ने लगे बल्कि वस्तुस्थिति तो ये थी कि पार्षद टिकट वितरण में पूर्व मंत्री जी का जिलामहामंत्री के द्वारा सुना ही नई गया था उनके द्वारा ये कह दिया गया कि आप हार गए हो आप का टिकट वितरण में कोई जरूरत नई है कर के कह दिया गया जिसके बाद पूर्व मंत्री के द्वारा वहा से दूरी बना ली गई उसके बाद पार्षद हेमू महिलांग के द्वारा पूर्व मंत्री जी को अपने वार्ड का चुनाव प्रचार करने के लिए बुलाया गया जिसमे पूर्व मंत्री जी उस गली से केवल 1 बार गुजरे है और प्रचार कर के वापस आ गए है अगर पूर्व मंत्री जी के द्वारा मेरा समर्थन किया जाता तो निश्चित रूप से मैं विजय होता उनके ऊपर लगाया गया पूरा आरोप गलत है झूठ है

 

 

*जिला महामंत्री विकासधर दीवान के ऊपर कार्यकर्ताओं के जुबानी में आरोप*

 

नवागढ़ नगर पंचायत व विधानसभा में हार का मूल कारण तो ये है कि जिलामहामंत्री विकासधर दीवान के द्वारा लगातार पार्षद टिकट वितरण में मनमानी करना व इसकी शुरुआत यहाँ से हुई कि नवागढ़ में पूर्व मंत्री दयालदास बघेल जी के द्वारा उनको लगभग 8 साल पहले भाजपा में शामिल किया गया उसके बाद से लगातार भाजपा में रहकर वें भाजपा के मूल कार्यकर्ताओं को काटते गए सबसे पहले उनको भाजपा में प्रवेश कराने वाले दिग्गज नेता वल्लभ सिंह ठाकुर जी को दरकिनार किया गया उसके बाद भाजयुमो के पूर्व प्रथम जिलाध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर,हर्षवर्धन तिवारी,बरातू साहू, मोहन सिंह ठाकुर,राजाराम ठाकुर,विकास शुक्ला,मनीष जायसवाल,राहुल खुराना,जाहिद बेग,सागर साहू,चैन साहू, आजुराम साहू, बाबूलाल राजपूत,रमेश राजपूत,बल्लू राजपूत,लुरसिंह जांगड़े,भोला सतनामी,मोहतरा के बाबा जी,हलमुडी के उत्तरा साहू, मोहतरा से वैष्णव जी, झाल से विश्वकर्मा जी, व अन्य को किनारे करते गया और कांग्रेस के नेताओ को पदाधिकारी बनाते गया उसके बाद विधानसभा चुनाव में पार्टी हाईकमान का एल.आई.बी सर्वे रिपोर्ट में स्पष्ट निर्देश था कि विकासधर दीवान को विधानसभा चुनाव से दूर रखा जाए इसकी छवि ठीक नई है और इसको सामने लाया जाएगा तो चुनाव भाजपा हारेगी कर के और यह बात सच भी हुआ भाजपा में वीकासधर के प्रवेश करते ही नवागढ़ से कभी नई हारने वाली भाजपा लगभग 700 वोट से पार्टी से घट गया उसके बाद नवागढ़ से विधानसभा चुनाव में दीवान के व्यक्तिगत छवि व एल.आई.बी सर्वे रिपोर्ट के अनुसार नवागढ़ से भाजपा साफ हो गया उससे पहले लोकल नवागढ़ से भाजपा लगभग 3500 वोट से जीतती थी दीवान के द्वारा लगातार भाजपा के नेताओं के ऊपर पार्टी में रहकर अत्याचार किया गया भाजपा नेता वल्लभ सिंह ठाकुर के सुपुत्र सोम ठाकुर के द्वारा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने पर उसके ऊपर हमला करवाया गया बुरी तरह ब्लेड से हमला खून से लथपथ करवाया गया लगातार थाने में बैठाकर परेशान किया गया एन चुनाव के समय मीडिया कर्मी सनतधर दीवान, राहुल साहू, दिलीप साहू,सूरज सिन्हा,लालू को बुरी तरह घेरकर गाली गलौज करवाया गया व पत्रकारों को पिटवाया गया व अन्य कई काम करवाये गये सनतधर दीवान जो भाजपा में प्रवेश करने के लिए रमन सिंह जी के विकास यात्रा में भाजपा का गमछा पहन कर पहुचे थे उनको तानाशाही पूर्वक भाजपा में प्रवेश नई होने दिया गया उनकी छवि इनके छवि के सामने स्वच्छ व अच्छी थी इसके ऊपर यह सब आरोप तो भाजपा के कार्यकर्ता ही दबे जुबान में लगाते रहते है जुआ सट्टा राजनीतिक हस्तक्षेप आदि अनेक शिकायतें जिलामहामंत्री और उनके समर्थक के सबके जुबान में सार्वजनिक है कुछ दिन पहले उनके बड़े भाई व कांग्रेस नेता अविनाश दीवान व इनके करीब भाजपा न.प. के पूर्व अध्यक्ष गिरेन्द्र महिलांग को जुआ के आरोप में पकड़ा गया था डी ग्रुप के नाम से कोरेक्स व आदि का मामला क्षेत्र में जगविदित है

 

*विकास दीवान के द्वारा मनमानी पूर्वक टिकट वितरण का नतीजा*

 

नगर पंचायत चुनाव में पार्टी के लिए सालो से काम करने वाले छल्ली श्रीवास को भाजपा से पार्षद का टिकट नई दिया गया व अंततः उसके द्वारा निर्दलीय चुनाव लड़ा गया व भारी मतों से जीत दर्ज की गई और भाजपा को समर्थन किया गया जिले में अपने आप को बड़ा नेता बताने वाले रौब दिखाने वाले विकासधर दीवान अपने स्वयं के वार्ड सुकुलपारा में भाजपा का पार्षद नई बना पाए राहुल खुराना जी का भाजपा से टिकट काटा गया यह सब मनमानीपूर्वक टिकट वितरण का नतीजा है और आज दुसरो पर अपने गलती का पिटारा फोड़ रहें है यह दुर्भाग्यजनक है

 

 

*भाजपा को षड्यंत्र पूर्वक खत्म करने का पूरा खेल*

 

असल बात तो ये है कि ये कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद षड्यंत्र व कुटनीतिपूर्वक पूर्व मंत्री जी के खास बने फिर जो इनको भाजपा में लेकर आये और भाजपा को दो बार ऐतिहासिक वोटो से विजय दिलवाया उन सब कार्यकर्ताओं को किनारे करते गया डराना धमकाना चमकाना गलत व्यवहार करना तानाशाही करना उसके बाद खुद को भाजपा का सर्वे-सर्वा मानकर विधानसभा में भाजपा को खत्म करना उसके बाद भाजपा नेता को किनारे करने के बाद पूर्व मंत्री जी को भी किनारे कर देना और प्लानिंग कर के खुद को अपने स्थिति जानते हुए भी जिलामहामंत्री बनवाना और जिला संगठन को हैक कर सभी मोर्चाओ और मंडल कार्यकारणीयों में कांग्रेसियों को भरना व कांग्रेस विधायक गुरुदयाल बंजारे के जन्मदिन के अवसर पर अपने भाई कांग्रेस के नेता शक्ति धर दीवान के साथ बुके देना इनकी राजनीतिक व्यवहार को प्रदर्शित करता है और आने वाले विधानसभा चुनाव में क्या भूमिका रहेगी ये सब चीज से स्पष्ट होता है

 

*पूर्व मंत्री व मंत्री पुत्र के पास आज भी मूलरूप से कट्टर भाजपा कार्यकर्ताओं की टोली*-

 

भाजपा के मूल रूप से जो कार्यकर्ता वो आज भी पूर्व मंत्री दयालदास बघेल व मंत्री पुत्र अंजू बघेल के साथ रहकर पार्टी के लिए कार्य करने है संघर्ष करते है कांग्रेसियों से लड़ाई करते है जिसको लेकर जिलामहामंत्री के आंख में भाता नई है वे भाजपा कार्यकर्ताओं से मान सम्मान की आस रखते है तो भाजपा कार्यकर्ता क्यों उसको इज्जत देंगे जिसके चलते जिले से पार्टी खत्म हो गया और आज पूरे जिला बॉडी के मोर्चाओ में भाजपा से ज्यादा प्रमुख पदों पर कांग्रेसियों को स्थान दिया जा रहा है भाजपा कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है मंडल कार्यकारिणी का बिना मंडल अध्यक्ष के अनुशंसा के मंडल के मोर्चाओ की अध्यक्ष और कार्यकारिणी की घोषणा की जा रही है दयालदास बघेल व अंजू बघेल के रहते भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता विकासधर दीवान को न कभी स्वीकार किये थे न कर रहें है जिसमे चलते दीवान के द्वारा कांग्रेसियों को पद का लालच देकर भाजपा में लाया जा रहा है टेमरी के पूर्व सरपंच, घुरसेना का पूर्व सरपंच,देवादास चतुर्वेदी ,खंडसरा मंडल के पिछड़ा वर्ग के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अश्विन साहू इसके ताजा उदाहरण है यह सब दुखद व दुर्भाग्यजनक है

 

 

*देवादास चतुर्वेदी का हार का मूलकारण*

 

देवादास चतुर्वेदी का नवागढ़ का निवासी न होना पास गांव क्षेरकापुर का निवासी होना,भाजपा में नया नया प्रवेश, व सामान्य सीट से चुनाव लड़ना,विकासधर दीवान की व्यक्तिगत छवि व पार्टी टिकट देने में मनमानी करना इसके कारण देवादास की पार्षद चुनाव में हार हुई थी और 25 सालो से भाजपा को विधानसभा में खड़े रखने वाले दयालदास जी के ऊपर 2-3 साल के कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद उनके ऊपर आरोप लगाना निष्ठावान कार्यकर्ताओं के ऊपर कीचड़ उछालने के बराबर है उल्टा दयालदास जी को बदनाम करने के लिए इनके द्वारा लगातार पेपर में अनर्गल टिप्पणी फितरघात का आरोप लगाना उनके पुत्र अंजू बघेल के जिला पंचायत चुनाव में दयावन्त बांधे को निर्दली खड़ा करना और उसको अंधरोनी सपोर्ट करना और दयावन्त बांधे के बुरी तरह हार जाने के बाद उसको भाजपा अनु. जाती मोर्चा का प्रदेश महामंत्री बनवाना यह दुर्भाग्यपूर्ण व दुर्भाग्यजनक है पार्टी में कांग्रेसियों के वर्चस्व को स्पष्ट करता है

 

 

*कांग्रेस के ऊपर नही उठाया जाता आवाज*

 

अभी भाजपा जिलामहामंत्री दीवान व उसके साथ रहने वाले सभी समर्थक नेताओ के द्वारा कांग्रेस का नवागढ़ में किसी भी चीज का विरोध नई किया जाता उल्टा पूर्व मंत्री के द्वारा लगातार नवागढ़ में शक्ति मंदिर के सामने जमीन में कब्जा, विधायक पीए पर डेढ़ लाख रिश्वत का आरोप, जनपद अध्यक्ष का निष्कासन का मांग किया गया ये सब मुद्दा को लेकर इनके द्वारा एक भी स्टेटमेंट नई दिया गया है उल्टा केवल भाजपा के कार्यकर्ता को साफ और आरोप पेपर में लगाया जाता है दम है तो कांग्रेसियों से क्यों लड़ाई नई करते यह इनके आपसी संबंध को समझने के लिए पर्याप्त है यह सब मुद्दे को पार्टी हाईकमान को संज्ञान में लेना चाहिए कट्टर भाजपाइयों पर गलत आरोप लगाना व पार्टी को साफ करना आदि के ऊपर उनको इनका स्थान दिखाना चाहिए और निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ न्याय करना चाहिए

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