देश में बढ़ती हुई महंगाई समाज में बढ़ा रही समस्या* — *रवि मानिकपुरी Increasing inflation in the country is increasing problem in society * – * Ravi Manikpuri *
*देश में बढ़ती हुई महंगाई समाज में बढ़ा रही समस्या* — *रवि मानिकपुरी*
भारत में निरंतर बढ़ती हुई महंगाई समाज में अनेक समस्या — बेरोजगारी,गरीबी, भिक्षा वृत्ति जैसे ज्वलंत समस्या को दे रही जन्म, यह देश की सबसे बड़ी मुद्दा है लेकिन केंद्र में बैठी हुई नरेंद्र मोदी की सरकार इन समस्याओं के उत्थान हेतु कुछ नही कर रहे।
आज विश्व भर में कोरोनो जैसी महामारी की व्यापक रूप से कोई भी देश बचा नहीं, भारत एक वर्ष से इसके चपेट में है,
इन परस्थितियों में सरकार को आम जनता को राहत देने हेतु खाद्य वस्तुं में मूल्य की दर कम करना चाहिए, परंतु ऐसा नही हुआ देश में निरंतर वस्तुओं की बढ़ रही है दर।
जीवन अस्त-वयस्त है रोजगार के कोई साधन नही।
निम्न वर्ग मध्य वर्ग के बीच खाई निरंतर बढ़ती ही जा रही है,
भिक्षा वृत्ति अपने चर्म पर है, रोजगार से युवाएं वंचित है।
2 करोड़ रोजगार देने की बात एक चुनावी घोंषणा रह गयी है।
ऐसी स्थिति में आखिर आम जनता क्या करेंगे,
कस्बा और नगर की ओर अगर हम केंद्रित हों तो परिवार में आर्थिक संतुलन बिगड़ चूका है।
आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण बच्चों के माता पिता के द्वारा अपने शंतान को शिक्षा देने में असमर्थ हैं,अपने संतान को पैतृक कार्य में ही लगा दिया जाता है, शिक्षा के प्रति पालको में उदासीनता क्या? रोजगार है क्या? आज के स्थिति में रोजगार नही मिलने के कारण पालक अपने शंतान को शिक्षा से वंचित रखते है।
ग्रामीण सहित नगरों में भी शिक्षा के प्रति उदासीनता के आसार है।
क्या आधुनिकता में रूढ़िवादी का नया उदय होने वाला है।