दवा देकर चलता कर रहे हैं रेलवे स्टेशन के कोरोना जांचकर्ता रेलवे स्टेशन की जांच करने वाला यंत्र

दवा देकर चलता कर रहे हैं रेलवे स्टेशन के कोरोना जांचकर्ता
अजय शर्मा ब्यूरो चीफ सबका संदेश
शक्ति रेलवे स्टेशन में मौजूद कुछ नगर वासियों ने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों के समूह में गिने-चुने लोगों का ही विधिवत टेस्ट किया गया गया बाकी अन्य लोगों को केवल इतना पूछा गया कि किसे सर्दी है और किसे जुकाम इसके बाद दवाइयों का पैकेट उन्हें थमा दिया गया और उन्हें वापस भेज दिया गया गांव यह लापरवाही पूरे नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के लिए भारी पड़ सकती है कोरोना से लड़ाई लड़ रहे ग्रामीण क्षेत्र सहित नगरी क्षेत्र ऐसे लोगों के कारण कभी भी पुराना मुक्त नहीं हो सकता रेलवे स्टेशन पर वरुणा जांच के नाम पर लगातार लापरवाही बढ़ती जा रही है बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को बिना टेस्ट किए ही क्लीन चिट देने कई सवाल खड़े करता है। ऑटो चालक संघ के अध्यक्ष सुनील ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा केवल रेलवे स्टेशन में आने वाले यात्रियों की जांच कर उपचार अपचरिता पूरी की जा रही है सही तरीके से जांच नहीं हो पाने के कारण क्षेत्र में संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है जिस पर जांच हो रही है इससे अच्छा है की पूर्ण जांच रेलवे स्टेशन पर करना बंद कर दिया जाए हालांकि स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर यदि बात की जाए तो गुरुवार को 41 लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें एक भी संक्रमित की पहचान नहीं हो पाई कहीं खतरनाक साबित ना हो जाए लापरवाही जिस प्रकार रेलवे स्टेशन मैं पूर्णा जांच के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है उससे ऐसा लग रहा है कि कहीं लापरवाही खतरनाक साबित ना हो जाए।