ठगड़ा बांध के गहरीकरण को लेकर निगम में सत्तापक्ष और आयुक्त में ठनी
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निगम कमिश्नर का दावा है कि गहरीकरण का काम प्रक्रिया के तहत बिना किसी एप्रोच के दी गई है। नगर निगम द्वारा ठगड़ा बांध का गहरीकरण कराया जा रहा है।
दुर्ग। नगर निगम में सत्ता पक्ष और आयुक्त में ठगड़ा बांध के गहरीकरण को लेकर ठन गई है। इस मामले में सत्तापक्ष और निगम कमिश्नर आमने-सामने हो गए हैं। सत्तापक्ष ने निगम कमिश्नर पर आरोप लगाया है कि आचार संहिता के दौरान ही विधायक अरुण वोरा की अनुशंसा पर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने ठगड़ाबांध के गहरीकरण का काम दे दिया गया जबकि निगम कमिश्नर का इस मामले में कहना है कि गहरीकरण का काम प्रक्रिया के तहत बिना किसी एप्रोच के बकायदा टेंडर जारी करने के बाद निगम द्वारा ठगड़ा बांध का गहरीकरण कार्य कराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यह गहरीकरण का कार्य ठेकेदार सोमनाथ मुखर्जी कर रहा है और वे केलाबाड़ी में रहते है। ठेकेदार ने मशीनों के माध्यम से मुरूम खुदाई शुरू किया तो इसे लेकर अब सत्तापक्ष और निगम कमिश्नर में विवाद हो रहा है और दोनो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैँ।
सत्तापक्ष का कहना है कि निगम कमिश्नर ने आचार संहिता के दौरान विधायक की अनुशंसा पर ठेकेदार को गहरीकरण की अनुमति दी विधायक ने 24 मई को अनुशंसा की। इसी दिन अनुमति के लिए नोटशीट बढ़ाई गई। जबकि आचार संहिता 27 मई तक प्रभावी रहा।
इस मामले में लोक कर्म प्रभारी दिनेश देवांगन ने कहा कि आचार संहिता के दौरान गलत तरीके से विधायक की अनुशंसा पर निजी ठेकेदार को गहरीकरण का काम दिया गया है। स्वयं के खर्च पर इससे पहले भी ठगड़ा बांध में गहरीकरण कराया गया है। इसकी निश्चित प्रक्रिया है।