भिलाई के बाद दुर्ग में भी दिखेगी छत्तीसढ़ की परंपरा

भिलाई में पंथी नृत्य के समान दुर्ग में किया जा रहा है सुआ चौक का निर्माण
दुर्ग! छत्तीसगढ़ की लोक गीत सुआ पर आधारित सुआ चौक का निर्माण दुर्ग के जेल तिराहे के पास नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा कराया जा रहा है। करीब 10 लाख की लागत से कराये जा रहे कार्य के प्रथम चरण का कार्य जारी है। जिसका अवलोकन बुधवार को महापौर श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर द्वारा स्थल पर जाकर किया गया।
इस संबंध में महापौर ने बताया कि राज्य सभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय की मंशा व दूरदृष्टि के कारण शहर की तस्वीर बदल रही है। इसके अंतर्गत 5 लाख की लागत से पहले चरण का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद दूसरे चरण में भी पांच लाख रुपये खर्च किया जावेगा। उन्होंने बताया विगत वर्ष सुश्री सरोज पाण्डेय द्वारा छत्तीसगढ़ की इस सुआ लोक नृत्य को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कर दुर्ग जिले से करीब 10000 महिलाओं को रविशंकर स्टेडियम में एकत्र किया गया था। जहॉ प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह एवं प्रदेश के नगरीय निकाय मंत्री व अन्य मंत्रीगण इस कार्यक्रम में शामिल होकर इस कार्यक्रम की खुले दिल से प्रशंसा की गई थी। सुआ नृत्य की स्मृति को इस चैक में निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया भिलाई रुआबांधा चौक के पास छत्तीसगढ़ के पंथी नृत्य की आकृति स्थापित किया गया है। इसी प्रकार दुर्ग के जेल चैक में इस लोक नृत्य की आकृति स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया इस चैक में सुआ नृत्य करती महिलाओं की प्रतिमा को प्रदर्शित किया जा रहा है जिसमें दूसरे चरण के कार्य के दौरान साज-सज्जा व लाईटिंग से चौक को सजाया जाएगा। उन्होंने कहा सुआ चौक सौदर्यीकरण का कार्य 4 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। महापौर ने कार्य कर रहे ठेकेदार को पहले चरण के सभी कार्यो को जल्द पूरा करने निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जलकार्य प्रभारी देवनारायण चंद्राकर विभागीय अधिकारी व अन्य उपस्थित थे