छत्तीसगढ़

करो ना काल में शादी बैंडबाजा न बाराती ,टेंट न शादी घर और न कोई पार्टी ,अब शायद यह परंपरा बन जायेगी ,चंद्राकर परिवार में शादी का सादगी का अनूठा लेकिन समाज को अच्छा संदेश Marriage in Karo Na Kaal Bandbaaja neither Barati, Tents nor Shaadi Ghar nor any party, now it will probably become tradition, Marriage in Chandrakar family is unique but simplicity message of simplicity

करो ना काल में शादी बैंडबाजा न बाराती ,टेंट न शादी घर और न कोई पार्टी ,अब शायद यह परंपरा बन जायेगी ,चंद्राकर परिवार में शादी का सादगी का अनूठा लेकिन समाज को अच्छा संदेश

कुण्डा- कवर्धा जिले के कुंडा पेंड्रीकला निवासी संतोष चंद्राकर के सुपुत्र योगेश्वर का विवाह पिपरिया झलमला निवासी सुरेश चंद्रवंशी की सुपुत्री पायल के साथ विवाह 7 मई को होने जा रहा है करो ना काल को देखते हुए कवर्धा से झलमला के लिए बरात
कोरोना काल के नियम का पालन करते हुए बरात जाएगी बैंडबाजा न बाराती ,न रथ और न कोई पार्टी ,अब शायद यह परंपरा बन जायेगी संतोष चन्द्राकर पेंड्रीकला परिवार के परिवार में शादी का सादगी का अनूठा लेकिन समाज को अच्छा संदेश
कोरोना काल में जब सारे आयोजन बंद है और विवाह जैसे
महत्वपूर्ण आयोजन भी सिर्फ 10 लोगो की उपस्थिति में विवाह ने समाज को एक अच्छा संदेश है।

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