निगम और बीएसपी प्रबंधन केवल दुकानदारों से वसूल रहे जुर्माना

सरकारी शराब दुकानों में भारी गंदगी फैलने के बाद भी नही की जा रही कोई कार्यवाही
भिलाई। चाहे बीएसपी प्रशासन हो या निगम प्रशासन। साफ सफाई के मामले में दोनो ही प्रबंधन शहर में घूम घूमकर व्यापारियों से जुर्माना जरूर वसूल रहे हैं लेकिन वही दूसरी ओर छत्तीसगढ सरकार की तत्कालीन भाजपा सरकार के समय से संचालित अंग्रेजी और देशी शराब दुकानों के आस पास फैल रही गंदगी और प्रदूषण पर इनमें से किसी की भी नजर क्यों नही पड़ रही है? आखिर इनसे जुर्माना वसूलने में बीएसपी और निगम प्रशासन का हाथ पांव क्यों फूल रहा है। देशी शराब दुकान हो या अंग्रेजी शराब दुकानों के पास पियक्कड़ों द्वारा वहीं पास में मदिरापान कर झिल्ली, डिस्पोजल, पानी पाउच, कागज और अन्य सामग्री फेंक देते है वहां निगम या बीएसपी प्रबंधन सफाई नही करवाती। इसका जीता जागता उदाहरण सुपेला लक्ष्मी नगर,एसीसी चौक नंदनी रोड छावनी के पास स्थित शराब दुकान और टाउनशिप के सिविक सेंटर में देखा जा सकता है। सिविक सेंटर में तो ये हालात है कि यहां डिस्पोजल और पानी पाउच की झिल्ली पेडों के जडों के पास जमा हो गया है और उसके कारण पेड़ सूखने के कगार पर पहुंच गये है। निगम और बीएसपी प्रबंधन दोनो प्रशासन व्यापरियों से घूम घूमकर जुर्माना वसूलने का कार्य करती है लेकिन इन सरकारी मदिरा दुकानों से जुर्माना लगाने या किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही कर रहे है। इन शराब दुकानों के आस पास की गंदगी उड उड कर दूसरों दुकानदारों के दुकानों के सामने जमा हो जाता है और बदबू भी करता हैं जिससे ये दुकानदार भी हलाकान है।