छत्तीसगढ़

मंत्री लखमा की पुरानी गाड़ी में घूमते थे ठग; ट्रांसपोटर्स से किराए पर लेकर दूसरे राज्यों में बेच दिए 14 हाईवा

सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़  रायपुर- आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नाम पर ठगी करने वाले भिलाई-राजनांदगांव के दो युवकों को पुलिस ने मंगलवार रात छापा मारकर नागपुर में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मंत्री की पुरानी गाड़ी में घूमते थे। मंत्री का करीबी बताकर एक दर्जन से ज्यादा ट्रांसपोर्टरों से अनुबंध कर किराए पर हाईवा लेते थे और आंध्रप्रदेश या कर्नाटक में बेच देते थे। इस तरह से आरोपियों ने 14 हाईवा बेच दी। दुर्ग में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। दुर्ग पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। इसी दौरान रायपुर में भी उनके खिलाफ शिकायत आई। इसके बाद मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर रायपुर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

दुर्ग पुलिस आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार करेगी। एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि भिलाई खुर्सीपार के शिवा वारी का परिचय ट्रेवल एजेंट जाकिर खान से है।जाकिर ने छह महीने पहले एक गाड़ी खरीदी है जो मंत्री कवासी लखमा के नाम पर है। मंत्री की गाड़ी का छह माह पहले एक्सीडेंट हो गया था। उसे कंपनी में बेच दिया गया। उसी गाड़ी को कंपनी से जाकिर ने खरीद लिया। जाकिर ने गाड़ी को अपने नाम पर करा लिया है, लेकिन आरटीओ की साइट में अपडेट नहीं हुआ है। साइट में अब भी गाड़ी मंत्री के नाम पर है।

इसी का फायदा उठाने की शिवा ने प्लानिंग की। उसने जाकिर से किराए पर मंत्री के नाम वाली गाड़ी ली। डेढ़ महीने तक वह उसी में घूमता रहा। उसने रायपुर से लेकर राजनांदगांव, बिलासपुर, मुंगेली के एेसे ट्रांसपोर्टर से संपर्क किया, जिनके पास हाइवा हैं। उनसे कहा कि वह मंत्री का पूरा काम देखता है। इसलिए मंत्री ने उसे अपनी गाड़ी दी है। आरोपी ने अधिकांश लोगों से हाइवा किराए पर लेने का अनुबंध किया। उन्हें डेढ़ से दो लाख रुपए महीना देने का झांसा दिया। किसी को 40 हजार तो किसी को 70 हजार एडवांस में पैसे दिए। ट्रासंपोर्टर भी उसके झांसे में आ गए। उसे अपना हाइवा चलाने के लिए दे दिया। आरोपी ने हाइवा आंध्रा, कर्नाटक, तमिलनाडु के लिए रवाना कर दिया। वहीं सस्ते में गाड़ी का सौदा कर लिया। आरोपी ने ढाई-तीन लाख रुपए में गाड़ियों को बेच दिया है।

इस काम में आरोपी के साथ राजनांदगांव का आरिफ खान भी था। उसने मुंगेली की चार गाड़ियां बेची हैं। आरोपी पैसे लेकर गायब हो गए। ट्रांसपोर्टरों ने आरोपी की तलाश शुरू की। दोनों ने अपना मोबाइल नंबर बदल दिया। इसकी शिकायत मंत्री के बंगले तक पहुंच गई। इसके बाद रायपुर पुलिस को सूचना मिली। पुलिस हरकत में आई। दोनों आरोपियों को ट्रैस करना शुरू किया गया। मुखबिर से सूचना मिली कि दोनों नागपुर में है। एक टीम वहां भेजी गई और आरोपियों को पकड़ लिया गया। दोनों को बुधवार को रायपुर लाया गया। आरोपियों ने पैसे खर्च कर दिए हैं।

12 ट्रांसपोर्टरों ने लिखाई शिकायतें, दाे गाड़ियां जब्त :पिछले दो महीने से ट्रांसपोर्टर आरोपियों की तलाश में भटक रहे थे। दुर्ग पुलिस के पास 12 ट्रांसपोर्टर अलग-अलग शिकायत लेकर पहुंचे। लगातार शिकायत के बाद 29 मई को सभी ट्रांसपोर्टर की ओर से दुर्ग कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। अब तक आरोपियों के खिलाफ 14 गाड़ी बेचने की शिकायत मिली है। उसमें से 2 गाड़ी आंध्रप्रदेश में जब्त कर लिया गया है। बाकी गाड़ी की तलाश की जा रही है।

परिवहन विभाग की लापरवाही से ठगी :पुलिस के अनुसार जाकिर खान ने दस्तावेजों में कार को अपने नाम करा लिया है, लेकिन परिवहन विभाग ने उसे अपडेट नहीं किया है। अभी भी परिवहन विभाग की साइट में गाड़ी मंत्री के नाम पर है। इसी का फायदा ठग उठा रहा था। किसी ने इस आेर ध्यान भी नहीं दिया है।

एक अन्य मामले में भी पिछली सरकार के वरिष्ठ मंत्री का करीबी बताकर 36 लाख ठगे :पिछले सरकार में एक वरिष्ठ मंत्री के करीबी होने का झांसा देकर एक प्राइवेट टीचर ने 36 लाख की ठगी कर ली। कृषि विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर ऑपरेटर की नौकरी लगाने का झांसा दिया। आरोपी पैसा लेकर फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक सांई नगर का आकाश श्रीवास्तव आयुर्वेदिक दवाई का सेल्समैन है। उनके यहां 2018 में आकाश राय उनकी बेटी को पढ़ाने आता था। आरोपी खुद को एफसीआई का अधिकारी बताता था। वह कॉलोनी के कई बच्चों को घर जाकर ट्यूशन देता था। उसने बताया कि एक वरिष्ठ मंत्री से अच्छी पहचान है।

मंत्री उनकी बात सुनते हैं। उसने आकाश को कृषि विश्वविद्यालय में ऑपरेटर की नौकरी लगाने का झांसा दिया। उनसे सात लाख रुपए ले लिया। आरोपी छह महीने तक घुमाते रहा। फिर ट्यूशन आना बंद कर दिया। आरोपी ने अपना मोबाइल ही बंद कर दिया। बाद में उन्हें पता चला कि एक महिला से 25 लाख लिया है।

उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी लगाने का झांसा दिया था। इसी तरह कुछ लोगों को लेबर अधिकारी बनाने के लिए चार लाख लिया था। आरोपी ने पूरे पैसे खर्च कर लिया है। आरोपी का किसी मंत्री से परिचय नहीं है। वह किसी सरकारी नौकरी में भी नहीं है।

 

 

 

 

 

विज्ञापन समाचार हेतु सपर्क करे-9425569117/9993199117

Related Articles

Back to top button