विधायक चंदन कश्यप शिक्षक हैं तो शिक्षको के दर्द को समझें, फ्री ट्यूशन बाद में देना-निर्देश दिवान If MLA Chandan Kashyap is a teacher, then understand the pain of teachers, giving free tuition later – Instructions Divan *
*विधायक चंदन कश्यप शिक्षक हैं तो शिक्षको के दर्द को समझें, फ्री ट्यूशन बाद में देना-निर्देश दिवान*
*भानपुरी: वैसे तो राजनीति में पक्ष विपक्ष के बीच जुबानी तकरार हमेशा रहती है परंतु कुछ समय से बस्तर की राजनीति में गहमागहमी काफी बढ़ी हुई है, पूर्व मंत्री केदार कश्यप बस्तर लगातार कई लोकहित मामलों पर विपक्ष से सवाल जवाब कर रहे हैं।*
*पूर्व मंत्री केदार कश्यप के समर्थक एवं बस्तर के बड़े नेता भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश मंत्री एवं जिला सदस्य निर्देश दिवान भी बस्तर के कांग्रेसी नेताओं पर आक्रामक होते रहते हैं। निर्देश दिवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुये नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप को उनके बयान पर जवाब देते हुये आड़े हाथ लिया है।*
*निर्देश दिवान ने चंदन कश्यप से पूछा है कि विधायक जी स्वयं शिक्षक रहे हैं तो क्षेत्र में शिक्षा पर उन्होंने क्या कार्य किया है, आज प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप सवाल जवाब कर रहे हैं तो उन्हें फ्री ट्यूशन देने की बात कर रहे हैं। फ्री ट्यूशन देना है तो क्षेत्र की जनता को दे और एक सच्चे जनप्रतिनिधि का फर्ज निभायें ।सांसद के प्रिय हैं अच्छी बात है परंतु प्रदेश की जनता चित्रकोट रिपोर्ट में सरकारी पैसे पर असम के नेताओं की खातिरदारी की सच्चाई जान गयी है, ध्यान बंटाने के लिए उजुल फिजुल बयानबाजी करने से सच्चाई छुप नहीं सकती। आपकी सरकार है पहले उन शिक्षकों को कोरोना ड्यूटी से पहले पीपीई कीट और जरूरी सुरक्षा तो प्रदान करें। उन्हें फ्रंट लाइन के कोरोना वारियर्स मानते हुये कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित शिक्षकों को 50लाख का बीमा दें।*
*विधायक पर हमला केदार कश्यप ने नहीं नाराज जनता ने की है-*
*प्रदेश मंत्री निर्देश दिवान ने कहा विधायक जी कहते हैं चपका जनसुनवाई में केदार कश्यप के लोगों ने जनता को भड़काया, किस नेता ने जनता को भड़काया है सबूत है तो दें विधायक। बात करते हैं आदिवासी और आदिवासीयों के जमीन की रक्षा की तो फिर जनसुनवाई में जब पूरी जनता उस प्लांट के खिलाफ है तो क्यों नहीं विधायक जी उस प्लांट को रद्द करवाने की मुख्य मंत्री से अनुरोध करते? क्यों विधायक चंदन कश्यप ने जनसुनवाई में जनता को विश्वास में नहीं लिया? क्यों जनता के बार बार आग्रह पर भी जवाब नहीं दिये? क्यों विधायक जी अब तक बयान जारी नहीं कर रहे हैं कि मैं जनता के बातों को मानते हुये गोपाल स्पंज प्लांट का विरोध करता हूं? विधायक चंदन कश्यप जवाब दें कि क्या कोई सरकारी कर्मचारी अपने जमीन और गांव के लिए सरकार से विरोध नहीं जता सकता? क्या कोई आदिवासी अपने जल जंगल जमीन के लिये सरकार से सवाल जवाब नहीं कर सकता? विधायक जी अगर आप जनता के हितैषी होते तो क्यों गोपाल स्पंज फैक्ट्री का विरोध कर रहे शासकीय कर्मचारीयों का ट्रांसफर कर रहे हैं, क्यों आदिवासी भाइयों पर एफआईआर दर्ज करवा रहें है, आपमें या आपकी सरकार में दम है तो जिला प्रशासन के उपर एफआईआर करवाये क्योंकि कोरोना काल और धारा 144 के बाद भी प्रशासन ने जनसुनवाई रखी।आप कहां उन पर एक्शन लेगें पूरा किया धराया तो आप लोगों का ही और जब विपक्ष आपसे सवाल करता है तो आप जवाब देने के बजाय उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना प्रारंभ कर देते हैं यही है आपकी शिक्षा।*
*जनता के हितैषी होने का ढोंग ना करें चंदन कश्यप-*
*निर्देश दिवान ने आक्रामक भरे शब्दों के साथ कहा कि विधायक जी आप दूसरों को बाद में ट्यूशन देना पहले स्वयं ट्यूशन ले लें और नैतिक शिक्षा प्राप्त करें। आप जनता के साथ हैं उनके हितैषी हैं तो सबसे पहले चपका जनसुनवाई में जिनके उपर एफआईआर हुआ है उसे हटाये और चपका के कर्मचारियों को उनके मूल जगह पदस्थापना करवाये ना कि नता की आवाज को ना दबाने का।*
*कोरोना काल में बेरोजगारों से किया वादा पूरा करें विधायक*
*प्रदेश मंत्री भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा एवं जिला सदस्य निर्देश दिवान ने चंदन कश्यप से आग्रह करते हुये कहा कि विधायक जी चुनाव से पहले घूम घूम लोगों से कहते थे कि हमारी कांग्रेस की सरकार बनने पर बेरोजगार युवाओं को 2500 रू भत्ता देंगे। ढाई साल हो गया युवाओं को 25 पैसा नहीं मिला है अभी लॉकडाउन के कारण लोगों के पास रोजगार नहीं है मैं उनसे आग्रह करता हूं कि बेरोजगारी भत्ता की अब तक की एक मुश्त राशि युवा बेरोजगार साथियों के खाते में जमा कर दें।ताकि हमारे बेरोजगार साथी लॉकडाउन से हुये परेशानी की भरपाई कर सकें।*