इच्छा विरुद्ध शादी करने पर नव विवाहिता ने मायके में जहरीला पदार्थ पीकर दी जान
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सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ बिलासपुर- इच्छा विरुद्ध शादी करने पर नव विवाहिता ने अपने मायके में जहर खाकर जान दे दी। गंभीर बात यह रही कि उसे इलाज के लिए मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने स्वस्थ होने का हवाला देकर उसकी छुट्टी कर दी थी तो वह घर लौट आई थी। यहां आने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और सिम्स में उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
करीब 12 दिनों तक सिम्स में रही भर्ती, फिर भी नहीं बच सकी जान
- मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम बिनौरी निवासी फूलन बाई जांगड़े (20) पिता कमल जांगड़े की 14 मई को पचपेड़ी के पास ग्राम मुनगाडीह में ईश्वर बंजारे (24) से शादी हुई थी। दो दिन वह ससुराल में रही फिर पति के साथ मायके आ गई। जिद करने के बाद ईश्वर उसे लेकर आया था और यहां वह भी ठहर गया था। 21 मई की शाम नव विवाहिता टॉयलेट के भीतर गई और फिनायल पी लिया। उसकी तबीयत खराब होने लगी तो घरवालों को पता चला और उसे मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया।
- करीब तीन घंटे बाद उसे स्वस्थ बताकर यहां से उसे छुट्टी दे दी गई। परिजन उसे घर लेकर चले गए। दूसरे दिन 22 मई की सुबह उसकी तबीयत फिर बिगड़ी तो परिजन सिम्स लेकर आए। यहां मेडिकल वार्ड में भर्ती थी। सोमवार की सुबह यहां उसकी मौत हो गई। नव विवाहिता के पति ईश्वर का आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने यदि उसे छुट्टी नहीं दी होती या फिर उसी दिन सिम्स रेफर कर दिया होता तो उसकी जान बच सकती थी। डॉक्टरों ने बताया था कि उसके पेट की पूरी तरह धुलाई कर दी गई है।
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परिजनों ने कहा-काश बेटी की बात मान ली होती
नव विवाहिता के घरवालों के अनुसार शादी के पहले ईश्वर उसे देखने आया तो उनकी बेटी को वह पसंद नहीं आया था और उसने नापसंद कर दिया था पर लड़के व उसकी घर की स्थिति को देखते हुए शादी तय कर दी गई थी। उन्हें पछतावा हो रहा है। उनका कहना है कि काश वे अपनी बेटी की बात मान लिए होते। पुलिस ने तहसीलदार की उपस्थिति में उसके परिजनों का बयान दर्ज किया। उसके ससुरालवालों पर किसी तरह का आरोप नहीं है।
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