कोरोना काल में छग के लोगों की जीवन रेखा बनी भिलाई की आक्सीजन, The oxygen of Bhilai became the lifeline of the people of Chhattisgarh during the Corona period

भिलाई इस्पात संयंत्र देश के मेडिकल ऑक्सीजन जरूरतों को कर रही है निरन्तर पूर्ण
बीएसपी कर रहा है 265 टन मेडिकल ऑक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन
भिलाई / छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या ने ऑक्सीजन की जरूरतों को बढ़ा दिया है। कोरोना के इस संकटकाल में लोगों ने इन ऑक्सीजन के असली मूल्य को जाना है। ऑक्सीजन कोरोना मरीजों के जीवन बचाने हेतु पहली जरूरत बन गई है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करना आज सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल हो चुका है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के संकटकालीन जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित की है। आज सिलेंडरों में भरी भिलाई की ऑक्सीजन छत्तीसगढ़ के मरीजों की लाइफ लाइन बन चुकी है। भिलाई का ऑक्सीजन छत्तीसगढ़ के मरीजों के लिए जीवनदायिनी बन चुका है। बीएसपी बिरादरी ने छत्तीसगढ़ के ऑक्सीजन की इस बढ़ते जरूरत को बड़ी सिद्धता से महसूस किया है। यही वजह है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने मेडिकल क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध गति से कायम रखा। बीएसपी अस्पतालों के साथ-साथ शासन व प्रशासन के आवश्यकतानुसार प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के मेडिकल ऑक्सीजन जरूरतों को निरन्तर पूर्ण किया है और भविष्य में भी यह सहयोग जारी रखेगा। ऑक्सीजन आपूर्ति के मामलों में बीएसपी के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश सदैव ही प्राथमिकता में रहा है और आगे भी रहेगा।
भिलाई की ऑक्सीजन बनी जीवनरेखा यह सर्वविदित है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र अपने उत्कृष्ट कार्यों से देश-विदेश में नया मुकाम हासिल किया है। जहां सेल-बीएसपी ने अपने क्वालिटी स्टील से देश को मजबूती दी है, वहीं कोरोना संकट में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा उत्पादित ऑक्सीजन ने लाखो लोगों को जीवनदान दिया है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 जो कि प्रतिदिन 25 टन मेडिकल ऑक्सीजन तथा “बिल्ड, ओन व ऑपरेट” अर्थात् बीओओ-आधारित मेसर्स प्रॉक्स एयर से 240 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का निरन्तर उत्पादन किया जा रहा है। इस प्रकार भिलाई इस्पात संयंत्र प्रतिदिन 265 टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है। कोरोना मरीजों का जीवनरक्षक बना भिलाई का ऑक्सीजन काल में भिलाई इस्पात संयंत्र का यह लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन हमारे प्रदेश के लिए जीवनदायिनी बना हुआ है। आज भिलाई के ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति से बीएसपी के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र में असंख्य मरीजों की जान बचाई जा सकी है। जहाँ कोरोना के गंभीर मरीजों को बचाने में इनका उपयोग किया जा रहा है, वहीं अन्य क्रीटिकल बीमारियों में भी इसका उपयोग लोगों के जीवन बचाने में किया जा रहा है। ऑक्सीजन प्लांट-2 ने अप्रेल-2020 से 15 अप्रेल-2021 के मध्य विभिन्न प्रकार के कुल 6016 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की है। जिसमें 6 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 4006 एवं 2.6 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 926 तथा 1.3 नॉर्मल क्यूबिक मीटर वाले 1084 ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की है।
547 बेड्स में शत-प्रतिशत ऑक्सीजन की आपूर्ति बीएसपी प्रबंधन ने कोरोना मरीजों के प्रति गम्भीरता दिखाते हुए बीएसपी के जेएलएन अस्पताल में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या के मद्देनजऱ बेड्स की संख्या बढ़ाकर 547 कर दी गई है। ये सभी ऑक्सीजन बेड्स है। जहां 310 बेड्स में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है वहीं 237 बेड्स में ऑक्सीजन सिलेंडर्स के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। संकट के इस घड़ी में संयंत्र के द्वारा अप्रेल, 2021 के 15 दिनों में 2111 सिलेंडर्स की आपूर्ति अस्पताल को की जा चुकी है। बीएसपी के इन सिलेंडरों से अनेको मरीजों का जीवन बचाया जा सका है। प्रशासन को ऑक्सीजन की नि:शुल्क आपूर्ति इस्पात संयंत्र ने प्रदेश के कोरोना मरीजों के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए दुर्ग के जिला प्रशासन को भी मदद स्वरूप आकस्मिक रूप से नि:शुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा है। 31 मार्च, 2021 से लेकर 15 अप्रेल, 2021 तक 80 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के साथ ही 81 खाली ऑक्सीजन सिलेंडर्स को ऑक्सीजन भरकर वापस किया गया। इस प्रकार 161 सिलेंडर्स जिला प्रशासन को नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया। अस्पताल के विभिन्न वार्डों से लेकर आईसीयू तक इन ऑक्सीजन सिलेंडर्स ने हजारो मरीजों का जीवन बचाने में सफलता पायी है। छत्तीसगढ़ के लिए जीवनदायिनी बना बीएसपी का ऑक्सीजन इसी प्रकार ऑक्सीजन प्लांट-2 तथा मेसर्स प्रॉक्स एयर द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति की जा रही है। सेल-बीएसपी के बिल्ड, ओन व ऑपरेट अर्थात् बीओओ-आधारित मेसर्स प्रॉक्स एयर द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट से अप्रेल-2020 से 15 अप्रेल-2021 के मध्य कुल 2410 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति छत्तीसगढ़ प्रदेश को की जा चुकी है, जो प्रदेश के विभिन्न शहरों में संचालित अस्पतालों में लोगों के जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रहे है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पतालों में से एक बीएसपी के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र में ऑक्सीजन प्लांट-2 द्वारा कोविड मरीजों के जीवनरक्षा हेतु 6016 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की जा चुकी है। जिसमें कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अप्रेल, 2021 के 15 दिनों में 2111 सिलेंडर्स की आपूर्ति भी शामिल है। भिलाई इस्पात संयंत्र, प्रदेश के अस्पतालों को निरन्तर मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति कर लोगों के जीवन बचाने की अपनी प्रतिबद्धता को बखूबी निभा रहा है।