छत्तीसगढ़

कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे शिक्षक एक-एक करके Teachers suffering from corona infection one by one

कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे शिक्षक एक-एक करके
जांजगीर त्तीी्त

शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना महामारी की रोकथाम में लगाई जाती है पर उन्हें फ्रंटलाइन को रोना वारियर नहीं माना गया है और ना ही बीमा का लाभ प्रदान किया गया है इसी तरह शिक्षकों का टीकाकरण भी नहीं किया जा रहा है जिससे शिक्षक संवर्ग अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं अब कांटेक्ट ट्रेनिंग में भी शिक्षकों को झोंक दिया गया है पहले बेरिया वारंटी सेंटर रेलवे स्टेशनों में भी ड्यूटी लगाई गई है इस कड़ी में जनपद प्राथमिक शाला गतवा मैं पदस्थ शिक्षक कांटेक्ट ट्रेनिंग की ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गया पूर्णा फैलाव रोकने प्रशासन का प्रयास जारी है जिसमें शिक्षकों को भी अहम भूमिका है और वह लगाता प्रशासन को सहयोग प्रदान कर रहे हैं लेकिन विडंबना है कि अब तक शिक्षकों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा नहीं मिल सका है जिसके कारण उन्हें ना तो टीका लग पा रहा है और ना ही बीमा कवर मिल पाया शिक्षक अब कांटेक्ट रेसिंग के साथ सीमा पर पहरा दे रहे हैं जिससे लगातार शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आ रही है जिले के ही कई शिक्षक की मौत भी कोरोना की वजह से हो चुकी है लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर शासन प्रशासन द्वारा कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं जिससे अब शिक्षकों के बीच रोष बढ़ने लगा है जीन शिक्षकों का उम्र 45 वर्ष से अधिक है वह तो करो ना रोकने टीका लगवा लिए हैं लेकिन इससे कम उम्र के शिक्षा कभी भी अपनी जान को खतरे में डाल कर अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। शिक्षक व कर्मचारी संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने शासन से शिक्षकों को भी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। न मिला बीमा कवर न टीकाकरण में मिली प्राथमिकता।

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