छत्तीसगढ़ आए सियासी मेहमान:कांग्रेस को सता रहा खरीद-फरोख्त का डर, असम से रायपुर लाए गए विधायक उम्मीदवार छत्तीसगढ़ आए सियासी मेहमान: कांग्रेस को सता खरीद-फरोख्त का डर, असम से रायपुर लाए गए विधायक उम्मीदवार
सोमवार को प्रदेश में एक सियासी चर्चा ने जोर पकड़ा। कहा जा रहा था कि असम से कुछ उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ लाया गया है
सूत्रों से इस जानकारी को पुख्ता किया। एक नेता ने यह बात कबूलते हुए कहा कि हां प्रदेश में असम से 10-12 उम्मीदवारों को लाया गया है। इनके नया रायपुर के फेयर रिजॉर्ट, VIP रोड के कुछ बड़े होटल और भाटागांव इलाके के किसी प्राइवेट फार्म हाउस में रुकने की चर्चा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस का कोई भी नेता सीधे तौर पर इस मामले में कुछ नहीं कह रहा लेकिन, अंदर की खबर है कि राजनीतिक खरीद-फरोख्त से बचने के लिए ऐसा किया गया है।
ऐसा पहली बार हो रहा
खास बात यह है कि अब तक विधायकों की खरीद फरोख्त के डर से इस तरह की बाड़े बंदी की जाती थी, लेकिन यह पहली बार है कि चुनाव होने के बाद प्रत्याशियों को ही इस तरीके से प्रदेश से बाहर दूसरे प्रदेशों में भेजा गया है। असम में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) के साथ सियासी मैदान में उतरी थी। अपने उम्मीदवारों को कांग्रेस शासित प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ भेजा गया है। शुक्रवार को असम से विपक्षी गठबंधन के 22 उम्मीदवारों को जयपुर भी भेजा गया है।
इस वजह से है कवायद
कांग्रेस पार्टी को आशंका है कि भाजपा अगले महीने आने वाले चुनाव परिणामों के बीच उनकी पार्टी के लोगों को लुभाने की कोशिश कर सकती है। असम में सत्तारूढ़ BJP को कांग्रेस गठबंधन से टक्कर मिल रही है। असम में कांग्रेस के साथ इस बार बदरुद्दीन अजमल की पार्टी AIUDF चुनाव लड़ रही है। असम में BJP की स्थिति देखकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल घबराए हुए हैं और उन्हें पूरा यकीन है कि अगर BJP कुछ सीटों से पीछे रही तो वह हमारे विधायक तोड़कर असम में फिर से सरकार बना लेगी। यही वजह है कि रिजल्ट आने से पहले ही कांग्रेस अपने और अपने सहयोगी दल AIUDF के विधायक प्रत्याशियों को राजस्थान और छत्तीसगढ़ शिफ्ट कर रही है