समाज में समर्पण और सामाजिक समरसता जरूरी ।

।। समाज में समर्पण और सामाजिक समरसता जरूरी ।।
।। प्रमोद चंद्रसेन ।।
।। कवर्धा न्यूज़ ।।
।। चंदापारी देशहा (नाई) समाज जिला- मुंगेली/कबीरधाम क्षेत्र छत्तीसगढ़ के समाज प्रमुख कुरहा पीढ़ी से प्रमोद कुमार चंद्रसेन ने बताया कि समाज को अग्रसर करने के लिए सामाजिक सदस्यों एवं पदाधिकारियों के बीच समर्पण एवं सामाजिक समरसता बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब तक हम समाज में समर्पण एवं सामाजिक समरसता की भावना से एक दूसरे को सहयोग नहीं करेंगे, तब तक किसी संगठनात्मक सामाजिक उन्नति का परिकल्पना करना साकार नहीं हो सकता, अतः हमें समाज में समर्पण एवं समरसता की भावना से आज सभी समाजों को कार्य करने की आवश्यकता है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि समाज के द्वारा बनाए जा रहे प्रत्येक नियमावली समाज के अंतिम छोर में जीवन यापन करने वाले व्यक्ति को समाज के केंद्र में रखकर बनाएं जाना चाहिए। इससे समाज के किसी भी नियमो का सदस्यों द्वारा अवहेलना हो ही नहीं सकती । चंदापारी देशहा (नाई) समाज से प्रमोद चंद्रसेन ने बताया कि हाल ही में उनके समाज के सामाजिक सिद्धांतों एवं नियमावलियो का संशोधन युक्त प्रकाशन अथवा वाचन किया जाना है। उन्होंने क्षेत्र में निवासरत प्रत्येक परिवारों एवं सदस्यों से अपील किया है कि समाज के द्वारा जब भी उन्हें बुलाया जाए कोविड-19 से सुरक्षा हेतु शासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करते हुए समाज जनों को अवश्य उपस्थित होना चाहिए।
इसी कड़ी में उन्होंने बताया कि चंदापारी देशहा (नाई) समाज जिला- मुंगेली/कबीरधाम क्षेत्र छत्तीसगढ़ का लिखित रूप में गठन 1987 के विभिन्न नियमावलियों में आवश्यक संशोधन को लेकर साथ ही वर्तमान समय को परिलक्षित कर कुछ नए नियमों का गठन एवं पालन भी जरूरी है। जिसके लिए समाज के पूर्व सचिव मन्नूलाल चंद्रसेन का नाम विहित किया गया है। वह समाज में जब भी नियमों का प्रकाशन अथवा वाचन करें समाज जनों को समर्पण एवं सामाजिक समरसता की भावना प्रबलतम करते हुए अवश्य उपस्थित होना चाहिए। इस बात के लिए प्रमोद चंद्रसेन के द्वारा समाज जनो से अपील किया गया है ।।