.बीजापुर: 3 अप्रैल को नक्सलियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए हैं. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बीजापुर पहुंचे थे. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री ने नक्सल समस्या को लेकर अधिकारियों के चर्चा की. शाम तक दोनों रायपुर के लिए रवाना हो गए. केंद्रीय गृहमंत्री रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
केंद्रीय गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के बीजापुर से जाते ही नक्सलियों ने एक बयान जारी किया है. नक्सली नेता अभय ने एक प्रेसनोट जारी कर बताया है कि बीते चार माहीने में देश के अलग-अलग हिस्सों में 28 नक्सली मारे गए हैं. नक्सलियों ने इस मुठभेड़ में उनकी तरफ भी भारी क्षति की बात कही है
.जवानों का बलिदान देश कभी भुला नहीं सकता
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जवानों ने जो देश के लिए बलिदान दिया है, उसे देश कभी भुला नहीं सकता है. उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि, जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. नक्सली हमले में 22 जवानों की शहादत पर शाह ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंची है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इसको और आगे बढ़ाने का काम किया है.
नहीं रूकेगी नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि लड़ाई रुकेगी नहीं, बल्कि और गति के साथ आगे बढ़ेगी. इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाएंगे. नक्सलवादियों के खिलाफ हमारी जीत निश्चित है. गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले पर जगदलपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इससे पहले अमित शाह ने जगदलपुर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी थी. इसके साथ ही वे घायल जवानों से अस्पताल में मुलाकात भी करेंगे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नक्सली अंदरूनी इलाकों में कैंप स्थापित करने से बौखलाए हुए हैं. सीएम ने कहा कि मिनपा में नया कैंप स्थापित हो रहा था, जो नक्सलियों को खल रहा था. उसके बाद वहां हमला हुआ था. बघेल ने कहा कि तर्रेम में कैंप स्थापित करना था, इसलिए यहां भी अटैक किया. सीएम ने कहा कि जवान बहुत बहादुरी से लड़े.
सबका संदेश के लिए जांजगीर चांपा से कान्हा तिवारी