बाड़मेर: गलती से सीमा पार कर भारतीय इलाके में आया पाकिस्तानी बच्चा, जवानों ने पहले दी चॉकलेट, फिर लौटाया वापस
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) से अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र (Indian Territory) में आ गए आठ साल के एक लड़के को उसने पाकिस्तानी रेंजर्स को सौंपा है. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में सोमरार सीमा जांच चौकी के समीप यह लड़का भारतीय क्षेत्र में पहुंच गया था. बीएसएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘सद्भावना के तौर पर बीएसएफ ने शुक्रवार को पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग में इस पाकिस्तानी नाबालिग को सौंपा.’’
उसने कहा कि दो अप्रैल को करीब आठ साल का करीम अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में घुस गया था और वह बाड़मेर सेक्टर के सोमरार सीमा जांच चौकी के समीप सीमा सुरक्षा बाड़ के पास तक पहुंच गया था. बीएसएफ ने बताया कि चौकन्ना जवानों ने लड़के को देखा और उसे वापस जाने को कहा. बीएसएफ के अनुसार वर्दी में जवानों को देखकर लड़के ने रोना शुरू कर दिया लेकिन जवानों ने उसे चुप कराया तथा उसे खाना (चॉकलेट) और पानी दिया.
सीमा से तीन किलोमीटर दूर था बच्चे का गांव
उसने बताया कि ऐसा लग रहा था कि लड़का रास्ता भूल गया क्योंकि नजदीकी पाकिस्तानी गांव सोमरार उस स्थान से तीन किलोमीटर दूर था जहां बीएसएफ को यह लड़का मिला. बयान में कहा गया है, ‘‘मुख्यालय से निर्देश मिलने के तुरंत बाद पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग की गई और नाबालिग लड़का उन्हें सौंप दिया गया.’’
भारत ने कई मौकों पर दिखाई दरियादिली
भारत ने कई मौकों पर दरियादिली की मिशाल पेश की है, लेकिन पाकिस्तान ऐसा नहीं करता है. नवंबर 2020 में बाड़मेर के ही बिजराड़ थाना क्षेत्र का 19 वर्षीय युवक गेमाराम मेघवाल अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया, लेकिन पाकिस्तान ने उसे अभी तक भारत को नहीं सौंपा है.