Uncategorized

पिथौरा वन विभाग की टीम ने राजस्व विभाग की जमीन पर झोपड़ी बनाकर निवासरत एक अनुसूचित जाति परिवार को किया बेदखल

स्वप्निल तिवारी पिथौरा

पिथौरा वन विभाग की टीम ने राजस्व विभाग की जमीन पर झोपड़ी बनाकर निवासरत एक अनुसूचित जाति परिवार को किया बेदखल
भीषण गर्मी में छोटे बच्चों के साथ तंबू में रहने विवश है परिवार
पिथौरा । पिथौरा वन परिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत आने वाले ग्राम पिलवा पाली के बड़े झाड़ के जंगल में झोपड़ी बनाकर विगत 1 वर्षों से निवासरत एक परिवार की झोपड़ी को तोड़कर बेदखल कर दिया गया लिहाजा अब परिवार तंबू में निवास करने मजबूर हैं परिवार के महिला सदस्यों का कहना है कि 15 मार्च की दोपहर को किए गए कार्रवाई के बाद से अब तक करीब 24 घंटे तक भूखे प्यासे पड़े हुए हैं क्योंकि हमारे घरेलू उपयोग के सभी सामानों बर्तनों एवं चावल दाल तक को जब्ती बनाकर वन विभाग के द्वारा ले जाया गया है । घर में एकमात्र पुरुष सदस्य हैं वह अभी पिथौरा थाना एवं एसडीएम कार्यालय में आवेदन देने हेतु गए हुए हैं । बाहर हाल इस संबंध में वन विभाग के द्वारा उक्त जमीन को वन विभाग का होना बताया जा रहा है जिसके चलते बेदखली की कार्रवाई की गई है ।
ज्ञात हो कि पिथौरा वन परीक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत आने वाले ग्राम पीलवापाली निवासी परसराम मिरी पिता बनाऊ रामगिरी के द्वारा गांव से बाहर विगत 1 वर्षों से झोपड़ी बनाकर अपने परिवार के साथ निवासरत था । परसराम के मुताबिक उक्त स्थान राजस्व रिकॉर्ड में बड़े झाड़ के जंगल में दर्ज है । तथा विगत 15 वर्षों से करीब 1 एकड़ की जमीन पर काबिल होकर खेती किसानी करते आ रहा है । चूंकि उसके पास स्वयं का मकान नहीं है लिहाजा विगत 1 वर्षों से उसी भूमि पर झोपड़ी बनाकर निवासरत है तथा किसी तरह रोजी मजदूरी करते हुए अपने परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करते आ रहा है । जहां 15 मार्च को वन विभाग की टीम के द्वारा अचानक बिना किसी सूचना या नोटिस के धावा बोलकर झोपड़ी को तहस-नहस कर दिया गया तथा झोपड़ी के भीतर रह रहे महिला सदस्यों एवं बच्चों को खींच खींच कर बाहर निकाला गया तथा महिला सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया ।
झोपड़ी के भीतर रखे गए सभी घरेलू उपयोग के सामानों को वन विभाग की टीम के द्वारा जबकि बनाकर अपने साथ ले जाया गया जिसमें खाने-पीने के बर्तनों के साथ राशन सामग्रियों को भी जबसे बनाकर वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई उपरोक्त कार्यवाही के दौरान प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी सुखराम निराला एवं वन विभाग के एसडीओ उदयराम बसंत भी मौके पर मौजूद थे । जिनकी मौजूदगी में उपरोक्त कार्रवाई हुई है
24 घंटे से भूखा पड़ा है परिवार — उक्त परिवार को बेदखल करने की कार्यवाही वन विभाग की टीम के द्वारा की गई तथा उनके घरेलू उपयोग के सामग्रियों बर्तनों चावल दाल आदि की जब्ती की कार्रवाई की गई जिसके कारण अब परिवार के पास कोई भी विकल्प नहीं बचा है लिहाजा विगत 24 घंटे से उक्त परिवार भूखे प्यासे तंबू में दिन गुजार रहे हैं किसी तरह इसकी सूचना ग्राम पंचायत तक पहुंची और गांव के पंचों ने पीड़ित परिवार को आज दोपहर में भोजन कराया ।
बहरहाल पीलवा पाली के जिस जमीन को वन विभाग अपना होने का दावा कर रही है उसी जमीन को राजस्व विभाग अपना होने का दावा करते हुए वर्षों से निवासरत लोगों को शासन के निर्देशानुसार पट्टा दे रही है । किंतु राजस्व विभाग के द्वारा दिए गए पट्टे को वन विभाग के द्वारा गलत करार देते हुए अपना होने का दावा करते हुए अब वहां पर निवासरत लोगों को बेदखल करने में लगी हुई है ।
बेदखल किए गए झोपड़ी के आसपास ही अनेक ऐसे पक्के मकान भी हैं जो प्रधानमंत्री आवास योजना से निर्मित हैं तथा उक्त मकान के अलावा जमीन के पट्टे उनके पास मौजूद है किंतु वन विभाग उक्त पट्टे को अवैध करार देते हुए कब्जा करने में जुटी हुई है ।
इस संबंध में पट्टा धारक कृषकों का कहना है कि राजस्व विभाग के द्वारा उन्हें वर्ष 2000 में भूमि स्वामी होने का पट्टा उपलब्ध कराया गया है । जहां वर्षों से खेती किसानी करते आ रहे हैं । किंतु अचानक से वन विभाग के द्वारा उक्त भूमि को अपना होना बताते हुए घेराबंदी कराने का कार्य कराया जा रहा है तथा मकानों को भी खाली करने को कहा जा रहा है ।
बहरहाल पीड़ित परसराम मिरी पिता बनाऊ राम मिरी अपनी दोनों पत्नी मंगली बाई एवं मंजू लता , पुत्री पूजा 18 , दीपक 16 ,साक्षी 10 ,मीनाक्षी 6 को लेकर भीषण गर्मी में अभी भी उसी स्थान पर तंबू में निवास करने मजबूर है तथा वन विभाग के द्वारा झोपड़ी को तोड़ दिए जाने के कारण आज दिन भर पिथौरा के एसडीएम कार्यालय एवं थाना में आवेदन देने चक्कर काटते रहा ।
2 विभाग के दावों के बीच फंसे ग्रामीण– पिथौरा राजस्व छेत्र के ग्राम पीलवापाली के करीब 3:30 सौ एकड़ भूमि को एक ओर राजस्व विभाग का बड़े झाड़ का जंगल होना बताकर पट्टा बांट रही है वही उसी भूमि को वन विभाग के द्वारा अपना होना बताकर वर्षों से काबिज होकर निवासरत लोगों को बेदखल करने में जुटी हुई है । लिहाजा वन विभाग के द्वारा बेदखली की कार्रवाई के लिए उठाए गए कदम से अब यहां के निवासरत परिवारों की धड़कनें बढ़ गई हैं । तथा राजस्व विभाग के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं ।
‘उपरोक्त जमीन वन विभाग का है पूर्व में राजस्व विभाग एवं भू माफियाओं के द्वारा मिलीभगत की गई है तथा नक्शे में छेड़छाड़ किया गया है जिसके कारण उक्त भूमि राजस्व विभाग का दिखाई दे रहा है जबकि वास्तविक में उक्त भूमि कक्षा क्रमांक 251 का है वर्किंग प्लान में शामिल होने के कारण प्लांटेशन किया जाना है लिहाजा पूरे प्लाट की फेंसिंग कराई जा रही है ।
सुखराम निराला
प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी पिथौरा’

Related Articles

Back to top button