शिवरात्रि तिथि का विशेष महत्व पंडित जागेस्वर अवस्थी*
*शिवरात्रि तिथि का विशेष महत्व पंडित जागेस्वर अवस्थी*
सबका सँदेश जिला
ब्यरो कान्हा तिवारी—
रतनपुर /भैरव बाबा मंदिर
मुख्य पुजारी पं श्री जागेस्वर अवस्थी ने बताया कि ,जिस दिन आधी रात को समय तक व तिथि विद्वान हो उसी दिन शिवरात्रि व्रत करना चाहिए शिवरात्रि व्रत करोड़ों हत्याओं का पाप नाश करने वाली है जो इस व्रत को करना चाहे प्रातकाल उठकर स्नान आदि नित्य कर्म करके शिवजी के मंदिर मेंजाकर शिवलिंग का विधिवत पूजन कर शिव जी को नमस्कार करें मन में संकल्प लें कि देव देव महादेव मैं आपका महाशिवरात्रि का व्रत का अनुष्ठान करना चाहता हूं हे महादेव आप मेरी इस व्रत का साक्षी बनी और मुझे इस व्रत में जो कुछ भी मनोकामना हो उसे बोलते हुए भगवान के सामने बोले जब भी पूजा करें तो मंत्रों के द्वारा करें अगर आप को मंत्र याद नहीं है तो ॐ नमः शिवाय बोलते हुए स्नान चंदन पुष्प धूप दीप नैवेद्य चढ़ाये अगर पार्थिव लिंग बनाकर पूजा किए जाए तो अत्यधिक महत्व बढ़ जाती है और हो सके तो महाशिवरात्रि व्रत का श्रवण करें पाठ करें और भगवान भोलेनाथ की मृत्युंजय मंत्र या ओम नमः शिवाय मंत्र का मन ही मन करते रहे भगवान शिव को शमी पत्र बेलपत्र सफेद आंक की पुष्प धतूरे का पुष्प कनेर का पुष्प अति प्रिय है इन पुष्प को हो सके तो जितना ज्यादा हो सके चढ़ाएं और इन 8 नामों को पुष्प चढ़ाते हुए बोलते जाइए
ॐ भवाये नमः
ॐ सर्वाये नमः
ॐ रुद्राय नमः
ॐ पशुपति नमः
ॐ उग्राये नमः
ॐ महानाये नमः
ॐ भीमाये नमः
ॐ इसनाये नमः
तत्पश्चात नाना प्रकार की फूलों की रस को निकालकर भगवान भोलेनाथ को विशेष अर्घ अर्पित करे शिवरात्रि व्रत में चारों पहर में यही पूजा करना चाहिए आप चाहे तो चारों बार का संकल्प एक ही बात कर सकते हैं
लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए कमल बेलपत्र सतपत्र शंखपुष्पी शिवजी की पूजा करें यदि एक लाख संख्या में इन पुष्पों द्वारा भगवान शिव जी की पूजा हो जाए तो सारे पापों का नाश होता है और लक्ष्मी भी प्राप्त हो जाती है इसमें संशय नहीं है आयु की इच्छा वाले 1 लाख दूर्वा द्वारा भगवान शिव की पूजा करें जिससे पुत्र की अभिलाषा हो वह धतूरे की एक लाख फूलों से पूजा करें लाल डंठल वाला धतूरा पूजन में सुखदायक माना गया है पुरुष की महान यश की प्राप्ति होती है तुलसीदल से पूजा करें तो उपासक को भोग और मोक्ष दोनों सुलभ हो जाते हैं सफेद आक अपामार्ग और सफेद कमल एक लाख फूलों द्वारा पूजा करने से भी उसी फल भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है चमेली के फूल से शिवजी की पूजा करने से मनुष्य की वाहन की उपलब्धता करता है इसमें संशय नहीं है अलसी के फूल से महादेव की पूजन करने वाले पुरुष भगवान विष्णु को प्रिय होता है शमी पत्र से पूजा करने वाला मनुष्य मोक्ष को प्राप्त कर लेता है बेला के फूल चढ़ाने पर भगवान श्री अनंत शुभ लक्षण पत्नी प्रदान करती है जूही की फूल से पूजा की जाए तो घर में कभी अन कमी नहीं होती कनेर के फूल से पूजा करने पर मनुष्य को वस्त्र की प्राप्ति होती है
एक लाख बेलपत्र चढ़ाने पर मनुष्य अपनी सारी कामनाएं प्राप्त कर लेता हर सिंगर से फूलों का पूजा करने पर सुख संपत्ति वृद्धि होती है वर्तमान ऋतु में पैदा होने वाले फूल यदि शिव में समर्पित की जाए तो वह मोक्ष देने वाली होती है इसमें संशय नहीं है राई के फूल शत्रु को मृत्यु प्रदान करने वाली होती है इन फूलों को एक-एक लाख की संख्या में शिव जी के ऊपर चढ़ जाए तो भगवान शिव पर फल प्रदान करते हैं और चंपा और केवड़े को छोड़कर शेष सभी फुल भगवान शिव को चढ़ाए जा सकते हैं महादेव के ऊपर चावल चढ़ाने से लक्ष्मी प्राप्ति होती है यह चावल अखंडित होनी चाहिए और उन्हें उत्तम भक्ति भाव से शिव के ऊपर चढ़ाना चाहिए रूद्र प्रधान मंत्र से पूजा करने की भगवान शिव जी के ऊपर बहुत पसंद वस्त्र चढ़ाएं उसी पर चावल रखकर समर्पित करें तो उत्तम है और भगवान शिव के ऊपर गंध पुष्प आदि के साथ एक श्रीफल चढ़ाकर धूप आदि निवेदन करें तो पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है
*पंडित जागेस्वरअवस्थी भैरव बाबा मंदिर रतनपुर