हिन्दू शक्ति सेवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बने योगेश्वर मानिकपुरी, Yogeshwar Manikpuri becomes state president of Hindu Shakti Seva Sangathan
दुर्ग / हिन्दू शक्ति सेवा संगठन के कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई । जिसमे सर्वसम्मति से योगेश्वर मानिकपुरी को संगठन का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। अभी तक ये दाईत्व संगठन के संस्थापक तामेश तिवारी ने संभाल रखी थी जिसने छत्तीसग? स्तर पर संगठन को बहुत जल्द ख?ा कर मजबूत व शशक्त किया । संगठन के द्वरा अनेको समाजहित में कार्य किये है चाहे वो कोरोना काल मे असहाय लोगों को गिला सूखा राशन बाटना व मास्क व सेनेटाइजर का नि:शुल्क वितरण करना रहा हो या गरीब मजलूम लोगों को इंसाफ दिलाना रहा हो आमलोगों के लिए अनेको आंदोलन भी किया गया । सरकार की कई नीतियों का विरोध और समर्थन भी किया गया । मीडिया से बात करते हुये तिवारी ने बताया कि संगठन का मूल उद्देश्य भय भरस्टाचार बेरोजगारी और भुखमरी से लड़ते हुवे लोगो को समर्थ बनाने की दिशा में काम करते हुवे अपने सत्य सनातन धर्म की रक्षा करना ही संगठन का मूल उद्देश्य है और उन्ही उदेस्यो को आगे ब?ाने समाजहित मे आज कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई जिसमें सर्वसम्मति से योगेश्वर मानिकपुरी को ये जिमेदारी सोपते हुवे संगठन का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। पूरे संगठन परिवार के तरफ से तिवारी ने मानिकपुरी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। योगेश्वर मानिकपुरी एक उभरता हुआ युवा चेहरा है जो सामाजिक कार्यो में पिछले कई सालों से लगा हुआ उनके दायित्व ग्रहण करने पर उनके समर्थकों में काफी जोश व खुसी की लहर है और वही संगठन के अनेक लोगो द्वरा मानिकपुरी को शुभकामनाएं दी गई जिसमें से धर्म गुरु ओण् मनोज पांडेय जी ए लाखेश्वर पांडेय जी ए अभय राज सिंग जी ए चित्रलेखा कांसकर ए डाली साहू ए पारसमणि चंदेल ज्योति चौबे ए सीमा गुप्ता एकेसरी देवांगन ए सुनील वैष्णव ए रमेश कुमार शर्मा ए डॉ राजेश चंद्रकर ए टामेंद्र सिन्हा ए प्रान्त मंत्री राजेन्द्र तिवारी ए प्रदेश उपाध्यक्ष तोशानंद शुक्ला आदि ने शुभकामनाएं प्रेषित किया । वही मीडिया से बात करते हुवे हुवे नव नियुक्त संगठन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश्वर मानिकपुरी ने संगठन के संस्थापक तामेश तिवारी को धन्यवाद देते हुए भरोसा जताया है कि संगठन ने जो जवाबदारी प्रदान की उसे पूरे मन व कर्मठता से ईमानदारी पूर्वक निभाएंगे व सदैव समाज व राष्ट्रहित में तत्तपर रहेंगे ।