बीएसपी ने विकसित किया एक नया ऑक्सीजोन, BSP has developed a new oxygen
शुद्ध वायु उपलब्ध कराने की मुहिम
भिलाई / भिलाई इस्पात संयंत्र अपने पर्यावरणीय प्रयासों के लिए जाना जाता है। इस प्रयास की कड़ी में भिलाई इस्पात संयंत्र ने स्टील प्लांट के समीप क्षेत्रों में एक नया ऑक्सी-जोन क्षेत्र विकसित कर क्षेत्र के रहवासियों को हरा-भरा वातावरण और शुद्ध जलवायु उपलब्ध कराने का एक महती प्रयास किया है। जिससे आसपास के क्षेत्रों में रहने वाली आबादी को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होता रहे। पर्यावरण को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत बीएसपी ने प्रदेश के वन विकास निगम के सहयोग से स्टेशन मरोदा, उमरपोटी और नेवई क्षेत्र में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण कर इस क्षेत्र के पर्यावरण में तेजी से सुधार कर रहा है, जिससे बंजर भूमि को हरे-भरे क्षेत्र में बदला जा सके। इस वृक्षारोपण क्षेत्र को जल के स्रोतों, तालाबों, जलाशयों आदि की व्यवस्था के साथ-साथ इस हरियाली को बचाने हेतु बाढ (फैसिंग) लगाया गया है। जिससे यहाँ निरन्तर हरियाली बनी रहे। उल्लेखनीय है कि नेवई क्षेत्र के जोन-1, 2 और 3 बंजर भूमि थी। जिसे आज बीएसपी के प्रयासों से हरा-भरा कर दिया गया है। यह क्षेत्र बीएसपी द्वारा छत्तीसगढ़ वन विकास निगम को यहाँ पेड़ आदि लगाने हेतु 4 साल की अवधि के लिए दिया गया था, ताकि पेड़ के बड़े होने तथा अनुबंध की अवधि समाप्त होने के बाद यह क्षेत्र सेल-बीएसपी को सौंप दिया जा सके। आज इस बागान में 80 प्रतिशत पेड़ जीवित हैं और हरियाली व ऑक्सीजन दे रहे हैं। 39 हेक्टेयर में फैले, इन क्षेत्रों में वृक्षारोपण की योजना ऐसी बनायी गयी कि वर्ष 2018 के बाद से अब तक लगभग 97,500 पौधे लगाए जा चुके हैं। अब नेवई जोन-1 में 40,000 के करीब पेड़ हैं, नेवई के जोन-2 में 10,000 पेड़ और नेवई जोन-3 में 47,500 पेड़ उपलब्ध हैं। जिन्होंने वर्ष 1950 के दशक में भिलाई को एक बंजर भूमि के रूप में देखा है आज उसके विपरीत, भिलाई शहर और इसके आसपास के क्षेत्र ने एक हरियाली की चादर तान दी है। आज भिलाई टाउनशिप तथा इसकी सड़के हरियाली का प्रतीक बन चुकी है। चारों ओर ठंडी हवा की बयार और लोगों का पर्यावरण से प्यार, देश-दुनिया केे लिए एक आदर्श बन चुका है। इस हरियाली के पीछे बीएसपी प्रबंधन का निरन्तर प्रयास अब रंग ला रहा है। आज बीएसपी के सद्प्रयासों का नतीजा है कि पूरे टाउनशिप में मैत्री बाग सहित 15 बाग-बगीचें लोगों का मन मोहने के लिए तैयार है। प्रतिवर्ष बीएसपी प्रबंधन द्वारा न केवल टाउनशिप में, बल्कि अपने आस-पास के इलाकों में और दल्ली-राजहरा व अन्य खदान क्षेत्रों में भी वृक्षारोपण अभियान चलाती आ रही है। इसके अलावा, प्रत्येक वर्ष सेल-बीएसपी के कर्मचारियों को मुफ्त में पौधे वितरित किए जाते हैं और उनके परिवार के सदस्यों को वन महोत्सव, हरेली सागर, विश्व पर्यावरण दिवस आदि को मनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके साथ ही बीएसपी के स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण हेतु इको क्लब गतिविधियों का संचालन किया जाता है। इस प्रकार स्कूली बच्चों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है। पौधें लगाने की संस्कृति के तहत बीएसपी में आने वाले विशिष्ट आगंतुकों से भी वृक्षारोपण कराया जाता है। विभिन्न आयोजनों में स्मृति चिन्ह के रूप में भी आगंतुकों को पौधे भेंट किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त सेवा-निवृत्त होने वाले कार्मिक भी अपने स्मृति को अक्षुण रखने हेतु वृक्षारोपण करते हैं। बीएसपी द्वारा इसके पर्यावरण संरक्षण और सीएसआर पहल के हिस्से के रूप में पौधे लगाए जाते हैं, इसके अलावा बीएसपी के बागवानी विभाग द्वारा भी कई कदम उठाये गए है। वास्तव में, प्लांट न केवल अपनी टाउनशिप को साफ और हरा-भरा बनाने का प्रयास करता है, बल्कि छत्तीसगढ़ वन विकास निगम के माध्यम से आस-पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की भी व्यवस्था करता है। इस क्षेत्र में राज्य की सड़कों के साथ नेवई में वृक्षारोपण और बड़े पैमाने पर सड़क के किनारे वृक्षारोपण एक उदाहरण है। टाउन सर्विसेस विभाग, वन विकास निगम के माध्यम से सेक्टर 04 और सेक्टर 05 में वृक्षारोपण की व्यवस्था कर रहा है। नेवई में 20 से अधिक किस्मों के फल, फूल व औषधि तथा जड़ीबुटियों के पौधे लगाये गये है। कचनार, करंज, शिशु, बबूल केसिया, केथा, इमली, आम, आंवला, गुलमोहर, जामुन और जाम, कनेर के पेड़ अब नेवई के हरे आवरण के साथ, फल, फूल, छाया और जड़ी-बूटियाँ प्रदान कर रहे है।
इन पौधों की देेखभाल के साथ-साथ इसे बचाने हेतु समय पर सिंचाई, पोषण, कीटनाशकों का छिड़काव की जाती है। रेंजर निशांत सिंह ठाकुर, फील्डमैन सुश्री अंशिका गोल्हानी और वन विकास निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा 24 घंटे की निगरानी रखी जाती है। निशांत सिंह कहते हैं कि सेल-बीएसपी पूरी तरह से वृक्षारोपण हेतु समर्पित है। हमें वृक्षारोपण क्षेत्र में शांति और प्राकृतिक ठंडक की अनुभूति होती है। फील्डमैन सुश्री गोल्हानी साझा करती हैं कि हमारे द्वारा पोषित पौधों को बढ़ते हुए देखना एक संतुष्टि प्रदान करती है। इस पर्यावरणीय गतिविधियों को सीजीएम (नगर सेवाएँ), पीके घोष, के नेतृत्व में जीके दुबे, जीएम (हॉर्टीकल्चर एंड पीएचडी), डॉ. एन के जैन, वी के गर्ग की टीम बखूबी अंजाम दे रही है। इसी प्रकार सेल-बीएसपी ने क्षेत्र को हरा-भरा बनाने हेतु जहाँ वित्तीय सहायता उपलब्ध कराया है वहीं जनता को जोडऩे में भी कामयाबी हासिल की है। टाउनशिप के साथ-साथ बीएसपी ने दल्लीराजहरा खदान क्षेत्र में वर्ष 2019 में 15,000 तथा वर्ष 2020 में 12,500 वृक्षारोपण किया है।