सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दमन, फर्जी मामलों पर गिरफ्तारियों के विरोध में किसानों का प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने मनाया दमन विरोधी दिवस
छत्तीसगढ़ / केंद्र के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी की कानूनी गारंटी देने सहित अन्य मांगों को लेकर तीन माह से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज पूरे देश में “दमन विरोधी दिवस” मनाया जा रहा है, छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के नेतृत्व में आधा सैकड़ा किसान गांधी पुतला के पास इकट्ठा हुए और केंद्र सरकार के दमन के खिलाफ नारे लगाते हुए रैली के रूप में जिला कार्यालय पहुंचे और डिप्टी कलेक्टर रविराज ठाकुर को राष्ट्रपति के नाम मांगपत्र सौंपा, किसान संगठन की ओर से राष्ट्रपति के नाम लिखे गये पत्र में कहा गया है कि केंद्र और कुछ राज्यों की सरकारों द्वारा किसान आंदोलन का दमन करने की नीयत से अनेक नेताओं के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करके प्रकरण बनाये गये हैं कुछ किसान और नेताओं को गिरफ्तार करके जेलों में बंद कर दिया गया है, किसान आंदोलन का समर्थन करने वालों को भी शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, एनआईए, इन्कम टैक्स और सीबीआई जैसे केंद्रीय संगठनों का दुरूपयोग करके नोटिस भेजे जा रहे है, इतना ही नहीं किसानों की मांगे मानने के बजाय केंद्र सरकार की शह पर किसान आंदोलन को बदनाम करने की योजनाबद्ध साजिश की गई है, किसानों पर खालिस्तानी, पाकिस्तानी या माओवादी होने जैसे निराधार और अनर्गल आरोप मीडिया के माध्यम से प्रचारित प्रसारित किया जा रहा है, छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने गिरफ्तार किये गये सभी निर्दोष किसानों को तत्काल निशर्त रिहा करने, सभी फर्जी एफआईआर और मुकदमें वापस लेने, आंदोलन पर निराधार आरोप लगाकर बदनाम करने वालों पर कार्यवाही करने और पुलिस द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर सड़क में लगाये गये बाधाओं को हटाकर आवागमन चालू कराने की मांग किया है, पंजाब के किसान प्रतिनिधि भी शामिल हुए आज के दमन विरोधी दिवस पर किसानों के प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि के रूप में पंजाब के मनजिंदर सिंह, सुखजिंदर सिंह और सुखदेवसिंह भी शामिल हुए, उल्लेखनीय है कि पंजाब के किसान, तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के संघर्ष की जानकारी देने के लिये पूरे भारत का भ्रमण कर रहे हैं, यूपी, बिहार, बंगाल पूर्वोत्तर, झारखंड और ओड़िसा की यात्रा पूरी करने के बाद वे छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं यहां से आंध्र, तेलंगाना आदि दक्षिणी राज्यों का दौरा करेंगे किसानों के आज के दमन विरोधी दिवस में राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा, झबेंद्र भूषण वैष्णव, पुरूषोत्तम बाघेला, उत्तम चंद्राकर, परमानंद यादव, संतु पटेल, बद्रीप्रसाद पारकर, बाबूलाल साहू, प्रमोद पंवार, कल्याण सिंह ठाकुर, मेघराज मढ़रिया, बंशी देवांगन, पूरनलाल साहू, भोलाराम साहू, वेदराम हिरवानी, कोमल देशलहरा, राजूलाल,परसराम देशमुख, परदेशी साहू, भगवती मढ़रिया, डा. लोकनाथ वर्मा, हरिराम साहू, केजू निषाद, नरेश निषाद, शंकर साहू, बन्नू, केजूराम, बंशी दास, यीशु कुमार साहू, विष्णु साहू, हेमेश देशमुख, आर के यादव, रामचंद्र पारकर, जैतराम साहू, लक्ष्मीनारायण, महेश देवांगन, वरूण साहू, ठाकुरराम साहू, नेतराम साहू, रीना देशमुख, प्रतिभा कौशिक, झिरनी साहू आदि शामिल थे ।