छत्तीसगढ़

गनियारी धान खरीदी केंद्र में ग्राम बेलटुकरी/सुव्यवस्थित धान खरीदी और किसान हितैषी योजनाओं ने बदली किसानों की जिन्दगी

गनियारी धान खरीदी केंद्र में ग्राम बेलटुकरी/सुव्यवस्थित धान खरीदी और किसान हितैषी योजनाओं ने बदली किसानों की जिन्दगी*

छत्तीसगढ़ बिलासपुर से भूपेंद्र साहू की रिपोर्ट/ 24 नवम्बर 2025/जिले में धान खरीदी व्यवस्थित रूप से शुरू हो गई है। सभी केंद्रों में किसान टोकन कटाने के बाद धान बेचने पहुंच रहे हैं। गनियारी धान खरीदी केंद्र पहुंचे किसानों ने खरीदी को व्यवस्थित और पारदर्शी प्रक्रिया को किसानों के लिए हितकर बताया। उन्होंने कहा कि किसान कभी खेती के मौसम में असमंजस और अनिश्चितता से गुजरते थे। धान बेचने के समय बारदाने की कमी, लंबी लाइनें, टोकन कटाने में परेशानी और तौल में देरी जैसी समस्याएँ उनके सामने रोजमर्रा की चुनौती थीं। लेकिन इस साल की धान खरीदी ने उनकी वर्षों पुरानी चिंता को दूर कर दिया। टोकन कटाने के बाद तौल मशीनों पर तेजी और पारदर्शिता से काम हुआ। बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता ने धान बेचने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया।
गनियारी धान खरीदी केंद्र में ग्राम बेलटुकरी के किसान दयाराम यादव और ग्राम चोरभट्टी कला के विश्राम प्रसाद कौशिक धान पहुचे। दोनों किसानों ने कुल 98 क्विंटल धान की बिक्री की और उन्हें पूरा भुगतान तय समय पर मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दयाराम यादव बताते हैं कि कृषक उन्नति योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, और किसान क्रेडिट कार्ड ने उनकी खेती को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन योजनाओं ने न सिर्फ आर्थिक बोझ कम किया, बल्कि खेती के प्रति उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाया। विश्राम प्रसाद कौशिक कहते हैं कि पहले फसल खराब होने या बाजार में कम दाम मिलने पर भविष्य अंधकारमय लगता था। लेकिन अब फसल बीमा से सुरक्षा, किसान सम्मान निधि से नियमित सहायता और अनुदानों ने उन्हें स्थिरता प्रदान की है। अब खेती जोखिम नहीं, बल्कि उन्नति का आधार बन गई है। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। खेती में आधुनिक तकनीक अपनाने की सोच विकसित हुई है। बच्चों की शिक्षा और परिवार की जरूरतों को पूरा करने में आसानी बढ़ी है। किसान दयाराम और विश्राम कहते हैं कि पहले योजनाएँ सिर्फ कागजों पर नजर आती थीं, लेकिन अब इनका लाभ सीधे हमारे खेतों और परिवारों तक पहुँच रहा है। टोकन से लेकर तौल तक पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता है। सरकार सचमुच किसानों की चिंता समझ रही है। हम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आभारी हैं कि उन्होंने किसानों के लिए ऐसी बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की है। गनियारी धान खरीदी केंद्र में कुल पंजीकृत किसान 1200 और अब तक 900 क्विंटल की धान खरीदी की जा चुकी है। यहां चोरभट्ठी खुर्द, चोरभट्ठी कला, गनियारी, बेलटुकरी और चकराकुण्ड के किसान अपना धान बेचने पहुचते है।

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