पहले ही स्कूलों में शिक्षकों की कमी, अब कवर्धा के 150 शिक्षकों का ट्रांसफर
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सबका संदेश न्यूज़ छत्तीसगढ़ कवर्धा- छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिला पहले ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। उधर, शासन ने यहां के स्कूलों के 150 शिक्षकों का ट्रांसफर अन्य जिलों में कर दिया। जबकि जिले के लिए अन्य जिले से केवल 10 ही अब तक ज्वाइन किए हैं।
जिले के 76 प्राथमिक, 22 पूर्व माध्यमिक और एक हाईस्कूल एक-एक शिक्षक के भरोसे है। मतलब कक्षा पहली से पांचवीं तक, छठवीं से आठवीं और नौवी से 10वीं के लिए केवल एक गुरुजी है। कुल 99 शासकीय स्कूल हैं, जहां पर एकमात्र शिक्षक कार्यरत है।
बावजूद शासन द्वारा कबीरधाम जिले से 150 शिक्षकों का स्थानांतरण अलग-अलग जिलों में कर दिया गया। अब इसकी पूर्ति नहीं हो सकती, क्योंकि इनकी जगह लेने वालों की संख्या फिलहाल 8 प्रतिशत ही है। मतलब 10 शिक्षकों ने ही अन्य जिले से कबीरधाम में ज्वाइन किया है। ऐसे में आशंका जताई जा सकती है कि यदि शिक्षकों की पूर्ति नहीं होती तो कई स्कूल में बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो रहेगी।
नहीं हो पा रही भरपाई
जिले में 973 प्राथमिक और 492 पूर्व माध्यमिक शाला है। यहां पर एक लाख 38 हजार 654 विद्यार्थी इस वर्ष अध्ययनरत हैं। इनका अध्यापन कार्य 4269 शिक्षकों के भरोसे हैं। जबकि 76 प्राथमिक और 22 पूर्व माध्यमिक विद्यालय एकल शिक्षकीय है। इन विद्यार्थियों के लिए पूर्व सेटअप के अनुसार फिलहाल 924 शिक्षकों की कमी है। अब इसमें 150 और कम हो गए, जबकि 10 ही भरपाई हो सकी है।
1240 शिक्षकों के पद खाली
शिक्षा विभाग के अनुसार जिले के 1615 शासकीय विद्यालयों में व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक के कुल 6634 पद स्वीकृत हैं। इसमें 1240 शिक्षक, व्याख्याता और सहायक शिक्षक के पद आज भी रिक्त हैं। प्राथमिक विद्यालयों में 400 शिक्षकों की कमी है। वहीं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 562 शिक्षकों की कमी के बीच ही पढ़ाई हो रही है।
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